अक्सर कर्मचारी अपनी नौकरी बदलने के साथ ही PF पैसा ट्रांसफर को लेकर परेशान रहते हैं. लेकिन अब ये सुविधा ज्यादा आसान हो गई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ऑनलाइन ट्रांसफर की सुविधा प्रोवाइड कराता है. इस सर्विस के जरिए कर्मचारी रिटायरमेंट सेविंग को प्रभावित किए बगैर अपने PF बैलेंस को नए कंपनी के पास आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं.
इस प्रॉसेस की वजह से आपको चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलता है और आपका डिपॉजिट तेजी से बढ़ता है. इसके अलावा, यह अनावश्यक कटौती से भी बचाता है, जो पेंशन नियम के तहत लागू होता है. साथ ही यह आपकी नौकरी बदलते समय आपका वित्तीय भविष्य भी सुरक्षित रखता है. EPFO ने अपने पोर्टल पर उपलब्ध ऑनलाइन सिस्टम के जरिए PF ट्रांसफर प्रॉसेस को सरल बना दिया है.
कैसे ऑनलाइन ट्रांसफर होगा अकाउंट
EPFO अकाउंट ट्रांसफर के नियम
गौरतलब है कि पीएफ को सफलतापूर्वक ट्रांसफर करने के लिए, पिछले नियोक्ताओं को सिस्टम में एग्जिट की डेट अपडेट करनी होगी. यह EPFO पोर्टल पर 'मैनेज > मार्क एग्जिट' विकल्प के जरिए किया जा सकता है. यह गौर करना बेहद जरूरी है कि पिछले PF अकाउंट के लिए केवल एक ही ट्रांसफर रिक्वेस्ट किया जा सकता है.
EPFO यह सुनिश्चित करता है कि क्लेम का स्टेटस चेक करना चाहिए और अगर ट्रांसफर ऑनलाइन होता है, तो फिजिकल तौर पर फॉर्म 13 जमा करने की कोई आवश्यकता नहीं है. हालांकि कई UAN या छूट प्राप्त प्रतिष्ठानों में रोजगार के मामलों में फॉर्म 13 के साथ एक ऑफलाइन मैन्युअल प्रॉसेस आवश्यक हो सकती है.
EPFO लॉन्गटर्म बेनिफिट को बढ़ाने के लिए पीएफ अकाउंट्स एक अकाउंट से जोड़ने पर जोर देता है. संगठन के अनुसार, पीएफ अकाउंट निकालने के बजाय उसे ट्रांसफर करने से सदस्य को चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलता है, जिससे अमाउंट तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है.
एक अकाउंट होने से क्या लाभ?
अकाउंट ट्रांसफर से न सिर्फ रिटायरमेंट फंड तेजी से बढ़ता है, बल्कि कर्मचारी टैक्स बचत जैसे लाभ भी पाता है. एक अकाउंट बनाए रखने से कर्मचारी अपनी सेविंग ग्रोथ पर बेहतर नजर रख सकते हैं और अपने वित्तीय भविष्य के बारे में सोच-समझकर फैसला ले सकते हैं.