बदलते वक्त में किसान भी अपने खेती करने के तरीके में बदलाव ला रहे हैं. किसान अब अपने परंपरागत खेती के अलावा दूसरी खेती की तरफ ध्यान दे रहे हैं ताकि उनकी आय में बढ़ोतरी हो सके. क्योंकि कई बार सिर्फ फसलों पर निर्भरता के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
किसान अब अपने परंपरागत खेती के साथ-साथ फलों की खेती करने पर भी ध्यान दे रहे हैं. इसी क्रम में मौसंबी की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. क्योंकि इसकी बाजार में डिमांड भी बहुत ज्यादा रहती है. जगह-जगह दुकानों पर मौसंबी का जूस मिलता रहता है. ऐसे में किसानों को इसकी खेती जरूर करनी चाहिए. तो आइए जानते है मौसंबी की खेती के बारे में.
खेती में इन बातों का रखें ख्याल
मौसंबी की खेती के लिए उपयुक्त मौसम गर्मी और सर्दी दोनों को ही माना जाता है. मौसंबी की कई तरह की किस्में होती है, जिनकी खेती की जा सकती है. मौसंबी की खेती में ध्यान रखें कि पौधों की रेगुलर अंतराल पर सिंचाई करते रहें. इसके लिए गर्मी में 5 से 10 दिन के भीतर तो वहीं सर्दियों में 10 से 15 दिन के समय पर पानी देना चाहिए. वहीं बारिश के समय इस बात का ध्यान रखें कि खेत में पानी ना भरे. आइये जानते हैं, इसे लगाने का स्टेप बाय स्टेप तरीका.
ऐसे लगाएं पौधे
एक पेड़ से मिलेगी 30 किलो तक मौसंबी
मौसंबी में 3 साल बाद ही फल उगना शुरू हो जाता है. हालांकि बेचने लायक ज्यादा और अच्छी तादाद में फल आने में 5 साल तक का समय लगता है. मौसंबी का एक पेड़ 20 से 30 किलो तक मौसंबी दे सकता है. वहीं इसके एक से दो वर्षो बाद इसकी पैदावार और बढ़ जाती है. ऐसे में अगर 50 पेड़ भी लगाते हैं, तो इससे 25 क्विंटल तक कि उपज मिल सकती है. बाजार में मौसंबी की कीमतों की बात की जाए तो यह ₹40 से लेकर ₹70 किलोग्राम तक बिक जाता है.