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कीव में भारतीय दवा कंपनी का गोदाम मिसाइल अटैक में तबाह, यूक्रेन ने रूस पर लगाया आरोप

दिल्ली में स्थित यूक्रेनी दूतावास ने आरोप लगाया है कि रूसी मिसाइल ने कीव में भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के गोदाम पर हमला किया, जिससे बच्चे और बुजुर्गों के लिए जरूरी दवाइयां नष्ट हो गईं. दूतावास ने कहा कि रूस ने भारत के साथ विशेष संबंधों के बावजूद जान-बूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बनाया.

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यूक्रेन में भारतीय फार्मा गोदाम पर रूस का मिसाइल अटैक (Photo: X/@MartinHarrisOBE)
यूक्रेन में भारतीय फार्मा गोदाम पर रूस का मिसाइल अटैक (Photo: X/@MartinHarrisOBE)

यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थित एक भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी के गोदाम रूस के मिसाइल अटैक में तबाह हो गया, यह दावा दिल्ली में यूक्रेन के दूतावास ने शनिवार को की है. यूक्रेनी दूतावास ने कहा है कि रूस का भारत के साथ स्पेशल संबंध होने के बावजूद जान-बूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बनाया. जो दवा गोदाम तबाह हुआ, वो भारत की प्रमुख फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम की है. 

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यूक्रेनी दूतावास ने क्या कहा?

भारत में यूक्रेन के दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट किया, 'आज यूक्रेन में रूसी मिसाइल द्वारा भारतीय दवा कंपनी कुसुम के गोदाम पर हमला किया गया. भारत के साथ स्पेशल फ्रेंडशिप का दावा करते हुए, मॉस्को जान-बूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बना रहा है. बच्चों और बुजुर्गों के लिए बनाई गई दवाओं को बर्बाद कर रहा है'.

हालांकि, खबर लिखे जाने तक भारत सरकार या फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम द्वारा हमले की पुष्टि नहीं की गई है. 

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यूक्रेन में ब्रिटेन के राजदूत ने भी किया दावा

यूक्रेन में ब्रिटेन के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि रूस की ड्रोन अटैक में भारत की प्रमुख फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के दवा गोदाम को निशाना बना गया और उसे तबाह कर दिया गया. यूक्रेन के नागरिकों के खिलाफ रूस का आतंक अभियान जारी है. 

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रूस-यूक्रेन युद्ध

रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से ही जंग शुरू हो गई. अब तक बीते तीन साल में 1.50 लाख से ज्यादा लोग इस संघर्ष में जान गंवा चुके हैं. दोनों देश बीते महीने (मार्च) में तय किया था कि वह एक दूसरे के ऊर्जा सुविधाएं पर हमला नहीं करेंगे. हालांकि, दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं कि ऊर्जा सुविधाओं पर हमले जारी हैं.

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भारत का क्या है रूस-यूक्रेन युद्ध पर रूख?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले महीने लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच संवाद ही इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने का एकमात्र रास्ता है. 

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