UK सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से फ़ोन पर बात की. इसके बाद US के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी बात हुई.
ज़ेलेंस्की के साथ बातचीत के दौरान, स्टारर ने यूनाइटेड किंगडम के 'यूक्रेन के लिए पक्के सपोर्ट' को फिर से दोहराया. उन्होंने ट्रंप के साथ US पीस प्लान पर भी चर्चा की और दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि रविवार को जिनेवा में होने वाली बातचीत के दौरान ब्रिटिश और अमेरिकी टीमें प्लान पर कोऑर्डिनेट करेंगी.
शुक्रवार को पहले, जब स्टार्मर से युद्ध खत्म करने की US की कोशिशों के बारे में उनकी राय पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि यूक्रेन को अपने मामले खुद तय करने की आज़ादी होनी चाहिए. साउथ अफ्रीका में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए, स्टार्मर ने कहा, “यूक्रेन से जुड़े सभी मामले आखिर में यूक्रेन को ही तय करने होंगे.”
जी20 समिट में क्या बात हुई?
जोहान्सबर्ग में G20 समिट में पश्चिमी नेताओं ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध खत्म करने के US के प्रस्ताव पर और काम करने की ज़रूरत होगी. यूरोपियन नेताओं ने अपनी स्थिति को कोऑर्डिनेट करने के लिए समिट के दौरान अकेले में मुलाकात की.
एक जॉइंट स्टेटमेंट में, उन्होंने माना कि ड्राफ़्ट में पक्की शांति के लिए ज़रूरी चीज़ें हैं, लेकिन ज़ोर दिया कि यह सिर्फ़ 'एक आधार है जिस पर और काम करने की ज़रूरत होगी.'
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि बॉर्डर ज़बरदस्ती नहीं बदले जा सकते और कहा कि NATO या EU से जुड़े किसी भी नियम के लिए उनकी मंज़ूरी की ज़रूरत होगी. नेताओं ने कहा कि वे यह पक्का करने के लिए तैयार हैं कि कोई भी आखिरी समझौता टिकाऊ हो.
यह भी पढ़ें: क्या यूक्रेन में तबाही रोक देंगे पुतिन? ट्रंप के 'पीस प्लान' पर आया रूसी राष्ट्रपति का पहला रिएक्शन
इस स्टेटमेंट पर ब्रिटेन, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, नीदरलैंड्स, आयरलैंड, फ़िनलैंड, नॉर्वे, कनाडा, जापान के सरकार के प्रमुखों के साथ-साथ EU लीडरशिप ने साइन किए. एक यूक्रेनी अधिकारी ने कहा कि कीव और वॉशिंगटन आने वाले दिनों में US शांति प्लान पर बातचीत जारी रखने के लिए स्विट्ज़रलैंड में मिलेंगे.
इस हफ़्ते की शुरुआत में लीक हुए ड्राफ़्ट प्लान में रूस की कई मांगों का समर्थन किया गया है, जिसमें पूर्वी डोनबास इलाके के कुछ हिस्से देना, यूक्रेन की सेना पर रोक लगाना और NATO में शामिल होने की उम्मीद छोड़ना शामिल है. खबर है कि वॉशिंगटन ने कीव को जवाब देने के लिए गुरुवार तक का समय दिया है.