रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों जैसे माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और जूम (Zoom) पर देश विरोधी रुख अपनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इन कंपनियों पर भड़कते हुए कहा कि रूस में ऐसी कंपनियों का टेंटुआ दबाने की जरूरत है. उन्होंने ये बातें टेक्नोलॉजी पॉलिसी पर एक सरकारी बैठक के दौरान कहीं हैं.
टेक्नोलॉजी पॉलिसी पर एक सरकारी बैठक के दौरान बोलते हुए रूसी राष्ट्रपति ने दावा किया कि रूसी हितों के खिलाफ माने जाने वाले सभी प्लेटफॉर्म को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, हमें उन प्लेटफॉर्म को सहन नहीं करना चाहिए जो हमारी संप्रभुता को कमजोर करते हैं. हमें इन्हें रोकना होना, मैं पूरी तरह से सहमत हूं और बिना किसी हिचकिचाहट के ये कहता हूं. रूस में इनका 'टेंटुआ' दवाब देने की जरूरत है.
घरेलू सॉफ्टवेयर करना होगा विकसित
रूसी नेता एक कारोबारी के उस सुझाव पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें प्रमुख पश्चिमी प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों तक पहुंच को रोकने की बात कही गई थी, जिन्होंने यूक्रेन पर हमले के बाद रूस में अपने परिचालन को प्रतिबंधित या आंशिक रूप से निलंबित कर दिया है.
पुतिन ने घरेलू टेक्नोलॉजी के विकल्प तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया और इस बात पर बल दिया कि रूस को पश्चिमी कंपनियों पर निर्भरता से बचने के लिए घरेलू सॉफ्टवेयर समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
वॉर के लिए क्रेजी हो गए हैं पुतिन: ट्रंप
पुतिन का ये बयान रूस के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय अलगाव के बीच आया है जो यूक्रेन में उसकी तेज सैन्य कार्रवाई के खिलाफ है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन के आक्रामक रवैये की निंदा की और कहा कि वह युद्ध को लेकर क्रेजी हो गए हैं.
वहीं, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने मॉस्को से शांति प्रयासों की अनदेखी करने पर समय सीमा और बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की मांग की थी.
इस बीच एक शीर्ष यूक्रेनी अधिकारी के अनुसार, रूस ने रातो रात यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिससे तनाव और बढ़ गया है. यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास ने हाल के हमलों को पूरी तरह भयावह करार दिया और नई दंडात्मक कार्रवाइयों की योजना की घोषणा की. ट्रंप ने भी बड़े पैमाने पर प्रतिबंधों की धमकी दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि, उन्होंने रविवार रात को स्पष्ट कर दिया कि उनकी सहन शक्ति पुतिन को लेकर कम होती जा रही है.