ईरान ने कतर में स्थित अमेरिकी अल-उदीद बेस (सैन्य ठिकाना) पर हमला किया है. ईरान ने सैन्य ठिकाने पर छह मिसाइलें दाग कर फार्दो न्यूक्लियर प्लांट पर हमले का बदला ले लिया है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि इस हमले में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है. ईरान आत्मसमर्पण करने वाला देश नहीं है.
समाचार संस्था रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें सूत्रों की ओर से जानकारी मिली है कि दो राजनयिक चैनलों के माध्यम से ईरान ने हमला के पहले अमेरिका और दोहा को इसकी जानकारी दी थी.
AXIOS रिपोर्टर ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया, ट्रंप प्रशासन को यह जानकारी दी गई थी अल-उदयिद एयरबेस पर ईरान हमला करेगा.
कुवैत एयरवेज ने बताया है कि मौजूदा क्षेत्रिय स्थिति को देखते हुए सभी प्रस्थान उड़ानों को निलंबित करने का ऐलान किया है.
सऊदी अरब ने अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस पर ईरान की ओर से मिसाइल हमलों की निंदा की है. यह किसी भी देश की ओर से हमले को लेकर पहली प्रतिक्रिया रही.
ईरान ने हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हमने उतनी ही मिसाइलें दागी जितनी कि अमेरिका की तरफ से ईरान के ऊपर दागी गई थी'. इस कार्रवाई के बाद मध्य पूर्व में कई अमेरिकी एयरबेस पर खतरा मंडरा रहा है और क्षेत्र का एयरस्पेस खाली कर दिया गया है.
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कतर ने ईरान के द्वारा किए गए मिसाइल हमलों की निंदा की है. कतर ने कहा है कि ईरान के हमले का जवाब देने का उसे अधिकार है. हमले का जवाब देना उनके संप्रभुता का अधिकार है. साथ ही कतर ने ईरान के हमले को 'चौंकाने' वाला बताया है.
वहीं, कतर ने अपना एयरस्पेस को एक बार फिर से खोल दिया है. ईरान के द्वारा किए गए हमले के बाद कुछ घंटों के लिए एयरस्पेस को बंद कर दिया था. जिससे दुनियाभर के देशों के उड़ानें प्रभावित हो गईं थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है ईरान और इजरायल के बीच पूर्व युद्धविराम पर सहमति बन गई है.