
15 नवंबर की शाम को बाली के गरुड़ विष्णु केंकन कल्चरल पार्क में राष्ट्राध्यक्ष लजीज व्यंजनों का आनंद ले रहे थे उसी दौरान मेजबान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने अपने मेहमानों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमने जो व्यंजन आपके लिए बनाए हैं आप उसका आनंद लीजिए, मैं उम्मीद करता हूं कि ये डिश महानुभावों के लिए बहुत मसालेदार नहीं है.
ठीक इसी समय इस भव्य हॉल में मधुर संगीत और लेजर शो के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग टहलते हुए एक दूसरे के सामने आ पहुंचे. इस मुलाकात पर दुनिया भर की मीडिया की नजरें लगी हुई थी.
कूटनीतिक गपशप, डिनर, लेजर शो और म्यूजिक साथ साथ
राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी दिखे उन्होंने उनकी ओर अपना हाथ बढ़ाया, पीएम मोदी ने जिनपिंग का गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेता काफी देर तक एक दूसरे का हाथ पकड़े रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जिनपिंग से कुछ देर तक बात की. मोदी जिनपिंग की इस मुलाकात के दौरान वहां शी जिनपिंग की पत्नी भी मौजूद रहीं. मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच कुछ असहज नहीं देखने को मिला. मोदी और जिनपिंग की मुलाकात कूटनीतिक औपचारिकताओं से दूर सुकून भरे एक माहौल में हुई, जहां कूटनीतिक गप, डिनर, लेजर शो और म्यूजिक साथ साथ चल रहा था. जी-20 के नेता डिनर के साथ इंडोनेशिया की समृद्ध नृत्य परंपरा का आनंद उठा रहे थे.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi meets Chinese President Xi Jinping and US Secretary of State Antony Blinken at G20 dinner hosted by Indonesian President Joko Widodo in Bali, Indonesia.
— ANI (@ANI) November 15, 2022
(Source: Reuters) pic.twitter.com/nZorkq4R1Y
गलवान क्लैश के बाद पहला हैंडशेक
बता दें कि दोनों नेताओं के बीच जून 2020 में हुए गलवान संघर्ष के बाद ये पहला हैंडशेक है. इस लिहाज से एक संक्षिप्त मीटिंग का काफी कूटनीतिक मतलब निकाला जा रहा है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा दिए गए इस वेलकम डिनर का लाइव फीड मीडिया के लिए जारी किया जा रहा था. इस फीड में पीएम मोदी बाटिक शर्ट और भूरे रंग के पैंट पहने हुए दिख रहे हैं. लाइव फीड में मोदी जिनपिंग के संवाद करते दिख रहे हैं. कुछ देर बाद कैमरे का फोकस दूसरी जगह पर शिफ्ट हो गया है.
समरकंद में भी हुआ था सामना
बता दें कि सितंबर में, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी लद्दाख में गतिरोध के शुरुआत के बाद पहली बार समरकंद के उज़्बेक शहर में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में आमने-सामने आए थे. लेकिन तब दोनों के बीच मुलाकात नहीं हुई थी.
जून 2020 में गलवान में चीनी सेना के विश्वासघात के बाद भारत और चीन की सेनाओं के बीच खूनी झड़प हो गई थी, इस संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस लड़ाई में चीन के कई जवान मारे गए लेकिन अपनी आदत के मुताबिक चीन इसे स्वीकार नहीं करता है. चीन ने इस लड़ाई में अबतक अपने 5 जवानों के मारे जाने की बात स्वीकार की है.
औपचारिक मुलाकात अबतक नहीं
गलवान संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच अबतक औपचारिक मुलाकात नहीं हुई है. लेकिन लद्दाख में तनाव कर करने के लिए दोनों देश के सैन्य कमांडर 11 बार मिल चुके हैं, इसके बाद चीन लद्दाख में कई स्थानों पर अपनी सेना को विवाद से पूर्व वाली जगह पर ले जाने को राजी हुआ है. इस भेंट के बाद अब इस बात की चर्चा हो रही है कि क्या भारत और चीन बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाएंगे.

जी-20 की मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां से भी मुलाकात की. पीएम मोदी आज 8 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे.