अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की शांति की कोशिशों पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन के सपोर्ट के बिना राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के पास ज़्यादा ताकत नहीं है. शुक्रवार को पब्लिश हुए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने Politico से कहा, "जब तक मैं इसे मंज़ूरी नहीं देता, उनके पास कुछ नहीं है. हम देखेंगे कि उनके पास क्या है. फिर भी, मुझे लगता है कि बातचीत फायदेमंद हो सकती है."
ज़ेलेंस्की के रविवार को फ्लोरिडा में ट्रंप से मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा है कि वह 20-पॉइंट का एक नया शांति प्लान पेश करेंगे. इस फ्रेमवर्क में एक डीमिलिटराइज़्ड ज़ोन के प्रस्ताव शामिल हैं, और उम्मीद है कि बातचीत यूक्रेन के लिए अमेरिकी सुरक्षा गारंटी पर फोकस करेगी.
हालांकि, ट्रंप कीव के लेटेस्ट प्रस्ताव को मंज़ूरी देने में कोई जल्दबाजी में नहीं दिखे. एक कंस्ट्रक्टिव मीटिंग की उम्मीद जताते हुए, उन्होंने कहा कि डिटेल में देखने से पहले वह ज़ेलेंस्की के प्रस्तावों से अभी भी पूरी तरह सहमत नहीं हैं.
'मुझे लगता है पुतिन के साथ भी...'
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि यह उनके साथ अच्छा रहेगा. मुझे लगता है कि यह पुतिन के साथ भी अच्छा रहेगा." ट्रंप ने जल्द ही रूसी राष्ट्रपति राष्ट्रपति से बात होने की उम्मीद जताई है.
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ट्रंप का यह बयान ज़ेलेंस्की के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर के साथ अच्छी बातचीत हुई, क्योंकि इस संघर्ष को लेकर राजनयिक गतिविधियां तेज़ हो गई हैं.
यह बयान नाइजीरिया में ISIS के ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमलों के बाद भी आया, जिसके बारे में ट्रंप ने कहा कि ये हमले आतंकवादी समूह द्वारा ईसाइयों की हत्या के जवाब में किए गए थे. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने प्रतीकात्मक कारणों से व्यक्तिगत रूप से हमलों में एक दिन की देरी की.
ट्रंप ने यह भी कहा कि इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस वीकेंड ज़ेलेंस्की के साथ उनसे मिलने आएंगे.