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चीन ने UN में भारत, अमेरिका को फिर दिया झटका, पाकिस्तान का दिया साथ

चीन ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में भारत और अमेरिकी की राह में रोड़ा अटकाया है. चीन ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है. हाल के महीनों में यह इस तरह की चौथी घटना है, जब चीन ने यूएन में आतंकियों को ब्लैकलिस्ट कराने की राह में रोड़ा अटकाया है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान का साथ देते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत और अमेरिका के एक प्रस्ताव को लटका दिया है. दरअसल चीन ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी शाहिद महमूद (Shahid Mahmood) को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है. 

हाल के महीनों में यह इस तरह की चौथी घटना है, जब चीन ने यूएन में आतंकियों को ब्लैकलिस्ट कराने की राह में रोड़ा अटकाया है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के भारत और अमेरिका के प्रयासों को चीन ने फिर बाधित किया है.

अमेरिकी सरकार ने 2016 में महमूद को वैश्विक आतंकियों की सूची में रखा था.

कौन है शाहिद महमूद

शाहिद महमूद लश्कर-ए-तैयबा का सुप्रीम सदस्य है. वह 2007 से इस संगठन से जुड़ा हुआ है. 2013 में राष्ट्रपति ओबामा के तहत अमेरिकी सरकार ने महमूद को लश्कर-ए-तैयबा की पब्लिकेशन विंग का सदस्य बताया था. 

महमूद 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड साजिद मीर का करीबी है. चीन ने इस साल सिंतबर में यूएन में मीर को भी वैश्विक आतंकी घोषित कराने की राह में अडंगा लगाया था. 

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रिपोर्ट्स के मुताबिक, महमूद लश्कर-ए-तैयबा की ह्यूमैनिटेरियन विंग के लिए काम करता है. यह विंग मानवीय कार्यों की आड़ में आतंक के लिए फंड जुटाती है. 

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