भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रच दिया है. भारत के चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है.
ज्यों ही चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग हुई, भारत चांद पर कदम रखने वाला चौथा देश बन गया. वहीं, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. चांद पर चंद्रयान-3 के सफल सॉफ्ट लैंडिंग को पाकिस्तान के सभी प्रमुख न्यूज चैनलों और वेबसाइटों ने प्रमुखता से कवर किया है.
द डॉन ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के सबसे बड़े अंग्रेजी अखबारों में शुमार 'द डॉन' ने चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिग को लेकर हेडिंग दी है- 'चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यान उतारने वाला भारत पहला देश बन गया है.'
द डॉन ने समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से लिखा है, "बुधवार को भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव के नजदीक क्राफ्ट उतारने वाला पहला देश बन गया. चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश (भारत) और उसके कम बजट वाले अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए ऐतिहासिक जीत है."
वेबसाइट ने आगे लिखा है कि चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग ऐसे समय में हुई है जब उसी क्षेत्र में कुछ दिन पहले रूसी मून मिशन लूना-25 क्रैश हो गया था. भारत के चंद्रयान-3 की भी यह सफल सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रयान-2 की विफलता के चार साल बाद हुई है.
भारत के लिए ऐतिहासिक क्षणः द एक्सप्रेस ट्रिब्यून
पाकिस्तान का एक और बड़ा अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग पर हेंडिंग दी है- "चंद्रयान-3 की चांद पर लैडिंग भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण है."
वेबसाइट ने आगे लिखा है, "23 अगस्त को भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास क्राफ्ट उतारा. दक्षिणी ध्रुव पर क्राफ्ट उतारने वाला भारत पहला देश बन गया है. रूसी मून मिशन के क्रैश होने के कुछ ही दिनों बाद चांद के अन्वेषण और एक अंतरिक्ष शक्ति के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 ने बुधवार को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की."
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने आगे लिखा है कि चांद पर अंतरिक्ष यान उतारने का भारत का यह दूसरा प्रयास था. भारत ने यह ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग रूसी मिशन लूना-25 के विफल होने के कुछ ही दिनों बाद की है. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के दौरान भारत में लोग टेलीविजन स्क्रीन से चिपके रहे और प्रार्थना करते रहे.
भारत आखिरकार चांद तक पहुंच ही गयाः जियो टीवी
पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट जियो टीवी ने चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिग को लेकर हेडिंग दी है- "भारत के चंद्रयान-3 ने आखिरकार चांद पर लैंडिंग की."
वेबसाइट ने आगे लिखा है, "श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुरू हुई 40 दिन की यात्रा के बाद भारत का चंद्रयान-3 आखिरकार चांद की सतह पर पहुंच गया है. भारत के इस मून मिशन का मुख्य लक्ष्य अंतरिक्ष एजेंसी की क्षमता का प्रदर्शन करना है. 2019 में भारत का मून मिशन चंद्रयान-2 के दौरान विक्रम लैंडर चांद की सतह पर क्रैश हो गया था."
भारत की उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए जियो टीवी ने लिखा है कि भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है. चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग से पहले रूस, चीन और अमेरिका ही इस क्लब के सदस्य थे. चंद्रयान-3 चांद की सतह का ऑन-साइट केमिकल विश्लेषण करेगा.
इसरो की नजर अंतरिक्ष में नई मंजिलों परः द न्यूज इंटरनेशल
पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट द न्यूज इंटरनेशल ने इसरो की इस सफलता को लेकर हेडिंग दी है- ''चांद की सतह पर चंद्रयान-3 ने की सफलतापूर्वक लैंडिंग, इसरो की नजर अब अंतरिक्ष में नई मंजिलों पर''
वेबसाइट ने आगे लिखा है, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने अपने चंद्रयान-3 विक्रम लैंडर को चांद पर सफलतापूर्वक लैंड करा दिया है. इसरो की इस सफलता से भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है.