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इजरायल को लेकर बाइडेन ने की G-7 लीडर्स के साथ मीटिंग... इटली, जापान और जर्मनी समेत इन देशों ने की ईरानी हमले की निंदा

जी-7 समूह में अमेरिका, इटली, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा है. जी-7 नेताओं ने इज़रायल और उसके लोगों के लिए पूर्ण एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया है. जी-7 नेताओं ने कहा कि हम गाजा में संकट को समाप्त करने के लिए अपने सहयोग को मजबूत करेंगे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Photo: AP)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Photo: AP)

ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए ड्रोन और मिलाइल अटैक को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने G-7 देश के नेताओं से बात की. जी-7 नेताओं ने इजराइल के खिलाफ ईरान के सीधे हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इससे तनाव बढ़ेगा. जी -7 नेताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा की गई एक कॉन्फ्रेंस कॉल के बाद एक संयुक्त बयान में कहा कि ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. इससे बचना चाहिए. हम स्थिति को स्थिर करने और आगे बढ़ने से बचने के लिए काम करना जारी रखेंगे. 

ईरान द्वारा इज़रायल पर शनिवार को किए गए हमले के बाद इजरायल ने कहा कि हम मांग करते हैं कि ईरान और उसके प्रतिनिधि अपने हमले बंद करें, और हम आगे और अस्थिर करने वाली पहल के जवाब में अब और कदम उठाने के लिए तैयार हैं. इज़रायली अधिकारियों ने कहा कि ईरानी द्वारा दागी गईं 99 फीसदी मिसाइलों को बिना किसी महत्वपूर्ण क्षति के मार गिराया गया.

जी-7 समूह में अमेरिका, इटली, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा है. जी-7 नेताओं ने इज़रायल और उसके लोगों के लिए पूर्ण एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया है. जी-7 नेताओं ने कहा कि हम गाजा में संकट को समाप्त करने के लिए अपने सहयोग को मजबूत करेंगे, जिसमें तत्काल और स्थायी युद्धविराम और हमास द्वारा बंधकों की रिहाई की दिशा में काम करना और जरूरतमंद फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता प्रदान करना शामिल है. बाइडेन ने इज़रायल के खिलाफ ईरान के हमले पर चर्चा करने के लिए जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से भी फोन पर बात की. 

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ईरान के हमले के बाद भी इजरायल की सेना हाईअलर्ट पर है. ईरान ने करीब 60 टन हथियार और विस्फोटक सामग्री के साथ लेबनान में ईरान, इराक, यमन और हिजबुल्लाह से इज़रायल की ओर लगभग 350 आत्मघाती ड्रोन, क्रूज़ मिसाइलें, बैलिस्टिक मिसाइलें और रॉकेट लॉन्च किए. आईडीएफ ने कहा कि पिछली रात इस बात का प्रमाण है कि ईरान तनाव बढ़ाना चाहता है. ईरान ने इज़राइल की ओर 350 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें, रॉकेट और आत्मघाती ड्रोन दागे. क्षेत्र के अन्य देशों पर भी ये हमला हो सकता था. ईरान इज़राइल ही नहीं, पूरे मिडिल ईस्ट के लिए ख़तरा है. 

इजरायल की मिलिट्री ने कहा कि ईरान के हमले के दौरान भी हमने गाजा में अपने बंधकों को ईरान के प्रॉक्सी हमास के हाथों से छुड़ाने के एक महत्वपूर्ण मिशन एक पल के लिए भी बंद नहीं किया. हमास ने हाल ही में मध्यस्थों द्वारा उन्हें दिए गए बंधक रिहाई प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है. हमास और ईरान मिडिल ईस्ट को भड़काना चाहते हैं. हम अभी भी हाई अलर्ट पर हैं और स्थिति का आकलन कर रहे हैं.

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