UP News: संभल में हुई हिंसा के बाद से अति संवेदनशील माना जाने वाला संभल अब 'बदलते संभल' की राह पर चल पड़ा है. संभल हिंसा के बाद से तीर्थों और कूपों को खोजने के जारी अभियान के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के तीर्थों और कूपों का कायाकल्प करके संभल का वैभव और गौरव वापस लौटाने के निर्देश दिए थे. अब सीएम का विजन प्लान संभल में धरातल पर उतरने लगा है. आज पहले चरण में मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर ने संभल के अधिकारियों के साथ प्राचीन चतुर्मुख ब्रह्म कूप का लोकार्पण किया, जिसका कायाकल्प कर राजस्थानी पत्थरों से तैयार किया गया है. जल्द ही यम तीर्थ भी इसी तरह तैयार हो जाएगा.
वहीं, संभल में तीर्थों और कूपों को विकसित करने के साथ-साथ उनकी पुख्ता सुरक्षा के लिए 250 सीसीटीवी कैमरों से युक्त इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का भी उद्घाटन किया गया, जिसके जरिए तीर्थों-कूपों के साथ-साथ संवेदनशील इलाकों की भी निगरानी होगी. साथ ही, संभल के धार्मिक महत्व को उजागर करने के साथ योगी सरकार ने संभल से देशभक्ति का भी बड़ा संदेश देने की कोशिश की है.
विवादित धार्मिक स्थल जामा मस्जिद से मात्र 400 मीटर की दूरी पर 101 फीट ऊंचा तिरंगा भी स्थापित किया गया, जिसका कमिश्नर ने उद्घाटन किया. दरअसल, 24 नवंबर 2024 को संभल में हुई हिंसा के बाद तीर्थ-कूपों की खोज के दौरान संभल का बड़ा धार्मिक महत्व सामने आने पर 7 अगस्त 2025 को संभल जिले के दौरे पर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के तीर्थों और कूपों को पुनर्विकसित करने की बड़ी घोषणा की थी.
सीएम योगी ने स्पष्ट कहा था कि अयोध्या-काशी की तरह संभल का भी पुनरुद्धार होगा. विदेशी आक्रांताओं द्वारा नष्ट किए गए तीर्थ-कूपों का उद्धार अब सरकार कराएगी. मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश मिलते ही संभल के तीर्थों-कूपों को संवारने की तैयारी शुरू हो गई थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संभल विजन प्लान धरातल पर उतरता दिख रहा है. इसके जरिए संभल के तीर्थों-कूपों को विकसित कर संभल का वैभव और गौरव पुनः लौटाने की कोशिश उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कर रही है.
संभल में चतुर्मुख कूप तैयार
पहले चरण में संभल के मंडी किशनदास सराय क्षेत्र में बदहाल हालत में मिले प्राचीन चतुर्मुख ब्रह्म कूप को विकसित किया गया है. इसके मुख्य द्वार को राजस्थानी पत्थरों से तैयार किया गया है और प्राचीन कूप के चारों ओर ग्रेनाइट पत्थर, कूप के ऊपर जाली और परिसर की बाउंड्री वॉल पर देवी-देवताओं की पेंटिंग बनाकर इसे भव्य बनाया गया है.
मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर अंजने कुमार सिंह और संभल जिले के डीएम व एसपी ने चतुर्मुख कूप पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद फीता काटकर इसका उद्घाटन किया. वहीं इसी चतुर्मुख कूप से कुछ दूरी पर कई बीघा में फैले प्राचीन यमघट तीर्थ को भी विकसित किया जा रहा है. यहां तीर्थ का कुंड तैयार करने के साथ भव्य मुख्य द्वार और तीर्थ पर भव्य मंदिर बनाया जा रहा है.
इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन... CCTV से निगरानी
संभल में तीर्थों-कूपों को खोजकर विकसित करने के साथ उनकी सुरक्षा और निगरानी के लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद संभल पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए. जामा मस्जिद के सामने बनी सत्यव्रत पुलिस चौकी में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का कमिश्नर व जिला अधिकारियों ने उद्घाटन किया. इसमें 6 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिन पर शहर में लगे ढाई सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों का प्रसारण होता है. साथ ही 8 पीटीजेड कैमरों से चौक-चौराहों से गुजरने वाले वाहनों को भी ट्रेस किया जा सकेगा.
इस सेंटर से तीर्थों-कूपों के साथ-साथ शहर के अति संवेदनशील क्षेत्रों पर भी चौबीसों घंटे नजर रखी जाएगी. कमिश्नर ने विधि-विधान से पूजा कर कंट्रोल रूम का फीता काटा और इसकी बारीकियां जानीं.
101 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया
संभल में तीर्थ-कूपों को खोजकर विकसित करने और संभल के धार्मिक महत्व को दुनिया के सामने लाने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संभल से देशभक्ति का संदेश भी दिया है. विवादित जामा मस्जिद से 400 मीटर दूर चौधरी सराय चौराहे पर मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर अंजने कुमार सिंह, डीएम राजेंद्र पेंसिया तथा एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने 101 फीट ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण कर उद्घाटन किया. अब संभल के आसमान में 101 फीट ऊंचा तिरंगा हर समय लहराता दिखेगा. तिरंगा फहराते ही लोगों ने 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए और एक मुस्लिम बुजुर्ग ने शहनाई पर देशभक्ति धुन बजाई.
कमिश्नर का बयान
कार्यक्रम में शामिल मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर अंजने कुमार सिंह ने कहा कि संभल को नई दिशा देने की कड़ी में आज तीन कार्यक्रम किए गए हैं. इनमें 101 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया जो संभल के बीचों-बीच स्थित है और संभल को नई पहचान व नई सोच देगा. हिंसा वाले क्षेत्र में बनी सत्यव्रत पुलिस चौकी से 250 से अधिक कैमरों के जरिए शहर की सफाई, विकास कार्यों एवं सुरक्षा पर निगरानी रखी जा रही है.
मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि शहर को उसकी पहचान के अनुरूप विकसित किया जाए तथा महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए. इन सीसीटीवी से महिलाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी. संभल के लिए यह छोटे काम हैं लेकिन नई शुरुआत हैं. संभल की पहचान विश्व पटल पर नई तरह से स्थापित होगी और लोगों के मन में संभल को लेकर बनी धारणा जल्द बदलेगी.
नगर पालिका CEO का बयान
संभल के तीर्थ-कूपों को पुनर्विकसित करने एवं उनकी सुरक्षा के लिए कमांड सेंटर बनाने वाले नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी डॉ. मणि भूषण तिवारी ने बताया कि संभल को तीर्थ नगरी घोषित किया गया है और हम तीर्थ नगरी की विरासत को पुनर्जनन कर रहे हैं.
संभल को आस्था, श्रद्धा एवं भविष्य के नगर के रूप में देखा जा रहा है. इसी दृष्टि से 87 देव तीर्थों का कायाकल्प शुरू किया गया है. नगर पालिका ने प्राचीन चतुर्मुख ब्रह्म कूप की खुदाई कर उसे भव्य बनाया है और इसे तीर्थ पर्यटन के रूप में विकसित किया है. इसी तरह यमघट तीर्थ भी शीघ्र तैयार हो जाएगा. सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत 206 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनका कमांड सेंटर सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया गया है. चौधरी सराय क्षेत्र में 101 फीट ऊंचा तिरंगा भी स्थापित किया गया है और उसके पिलर पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ भी लगाया गया है.