जम्मू कश्मीर के राजौरी में 9 मई की रात पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के खाई खेड़ा गांव निवासी साहिब और उनकी डेढ़ साल की भतीजी आयशा नूर की मौत हो गई थी. घटना उस समय हुई जब दोनों घर के बाहर चारपाई पर सो रहे थे.
घटना के बाद रविवार सुबह दोनों के शवों को उनके गांव खाई खेड़ा लाया गया. गांव में गम का माहौल था. बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. दोनों को गमगीन माहौल में सुपुर्द ए खाक किया गया. इस दौरान पुलिस प्रशासन के अधिकारी और समाजवादी पार्टी के कुछ नेता भी मौजूद रहे.
पाकिस्तानी गोलीबारी में चाचा और भतीजी की मौत
मृतक साहिब अपने भाई तोहिद के साथ राजौरी में किराये के मकान में रहकर डेंटिंग का काम करता था. घटना की सूचना के बाद जानसठ एसडीएम जयेंद्र सिंह और सीओ भोपा रविशंकर मिश्रा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने जम्मू कश्मीर सरकार के निर्देश पर मुआवजे से संबंधित परिजनों की जानकारी इकट्ठा की.
ग्रामीणों ने की सरकार से सहायता की मांग
इस दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों ने सरकार से उचित मुआवजे और परिवार की सहायता की मांग की है.