Ashutosh Maharaj News: दिव्य ज्योति जागृति संस्थान (Divya Jyoti Jagrati Sansthan) के संस्थापक व धर्मगुरु आशुतोष महाराज (ashutosh maharaj) ने दस साल पहले समाधि ले ली थी, तब से वह डीप फ्रीजर में हैं. दस साल बाद ठीक एक महीने पहले आशुतोष महाराज की एक शिष्या आशुतोषांबरी ने समाधि ले ली. एक महीना बीत गया है, लेकिन न तो आशुतोष महाराज समाधि से लौटे और न ही उनकी शिष्या. कहा गया कि आशुतोषांबरी ने आशुतोष महाराज को समाधि से वापस लाने के लिए समाधि ली है.
आजतक की टीम जब लखनऊ के आश्रम में पहुंची तो यहां आश्रम के बाहर आशुतोषांबरी के भक्त सदमे की स्थिति में थे. एक भक्त ने कहा कि आगे क्या होगा? इसको लेकर कुछ भी कहा नहीं जा सकता. लोगों ने मुझे बताया कि मां आशुतोषांबरी ने समाधि ली है. यहां लोग आते-जाते हैं और देखते हैं. वहीं आश्रम के पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने बात करते हुए कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता. हर किसी की अपने धर्म के प्रति अपनी-अपनी आस्था होती है.

लखनऊ के आनंद आश्रम में साध्वी आशुतोषांबरी ने बीते 24 जनवरी 2024 को ये कहते हुए समाधि ले ली थी कि वो महीनेभर के अंदर अपने गुरु आशुतोष महाराज को भी समाधि से वापस बुला लेंगी और खुद भी समाधि से लौट आएंगी, लेकिन उनके कहे मुताबिक एक महीने का वक्त गुजरने के बावजूद न तो लखनऊ से 922 किलोमीटर दूर जालंधर में डीप फ्रीजर में लेटे बाबा आशुतोष महाराज समाधि से वापस लौटे हैं और न ही उन्हें बुलाने के लिए समाधि में गईं उनकी शिष्या आशुतोषांबरी के शरीर में कोई हलचल है. हालात अब भी जस से तस हैं.

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समाधि से वापस आने का आशुतोषांबरी के महीनेभर का समय अब पूरा हो चुका है. अब इसी के साथ समाधि का सस्पेंस बढ़ चुका है. सवाल है कि क्या समाधि में जाकर बाबा को समाधि से वापस लाने की ये कोशिश फेल हो गई है या फिर इस कहानी का सच कुछ और है? समाधि की इस रहस्यमयी कहानी को समझने के लिए बैकड्रॉप में झांकना जरूरी है.
10 साल पहले आशुतोष महाराज ने ली थी समाधि, तब से डीप फ्रीजर में है शरीर
28 जनवरी 2014 को पंजाब में जालंधर के नूरमहल में दिव्य ज्योति जागृत संस्थान के मुखिया आशुतोष महाराज ने समाधि ले ली थी. समाधि में जाते हुए वे ऐसे लेटे कि फिर कभी उठे ही नहीं. महाराज के शिष्य आज भी उनके अपने शरीर में वापस लौटने की उम्मीद लिए इंतजार कर रहे हैं. आशुतोष महाराज के शिष्यों ने उनके शरीर को पिछले दस साल से उनके दोबारा उठ खड़े होने की उम्मीद में एक डीप फ्रीजर में रखा है.
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साध्वी आशुतोषांबरी के शरीर में लगाए गए हैं कई तरह के लेप
आशुतोष महाराज के समाधि लेने के दस साल बाद अब उनकी शिष्या आशुतोषांबरी ने लखनऊ के आश्रम में समाधि ले ली. बीते एक महीने से उनका शरीर आश्रम में है. उनके शरीर में कई तरह के लेप लगे हैं. उनके शिष्या दिन रात खयाल रख रहे हैं. अब आनंद आश्रम में साध्वी आशुतोषांबरी के अनुयायियों ने उनके इर्द गिर्द समाधि से वापस लाने के लिए हवन शुरू कर दिया है. आश्रम में उनके शिष्यों का कहना है कि साध्वी जल्द समाधि से लौट आएंगी. आश्रम में अखंड साधना की जा रही है. हमें बहुत दिनों से साधना के दौरान अनुभव हो रहे हैं. हमें निरंतर अनुभव हो रहे हैं. साधना के दौरान हमें उनके दिव्य दर्शन हो रहे हैं.

'साध्वी न तो सांस ले रही हैं और न ही उनका पल्स चल रहा'
आश्रम में बिस्तर पर लेटीं साध्वी की मेडिकल जांच की गई. साध्वी आशुतोषांबरी की मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि वे न तो सांस ले रही हैं और न ही उनका पल्स चल रहा है. उनके शरीर का कोई भी ऑर्गन फिलहाल काम नहीं कर रहा है. खुद डॉक्टर उन्हें क्लिनिकली डेड तो मानते हैं, लेकिन उन्हें डेड डिक्लेयर करने के सवाल पर कहते हैं कि किसी और डॉक्टर से उनकी मेडिकल जांच कराई जा सकती है. समाधि में गईं साध्वी की जांच करने वाले डॉक्टर जेपी सिंह ने उनकी सेहत को लेकर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.