उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में पति-पत्नी के घरेलू विवाद ने गंभीर रूप धारण कर लिया है. मामला इतना बढ़ गया कि नवविवाहिता ने खुद थाने पहुंचकर पति और ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न, धमकी और शारीरिक प्रताड़ना के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई. महिला की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
कोतवाली नगर क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी जुलाई 2024 में हुई थी. पिता ने अपनी क्षमता के अनुसार दान-दहेज दिया था, लेकिन शादी के महज पांच दिन बाद ही एक कंपनी में मैनेजर पति ने स्कॉर्पियो की मांग शुरू कर दी. आरोप है कि दहेज में कार न मिलने पर पति और ससुराल पक्ष उसे मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे.
महिला के अनुसार, पति अक्सर कहता था—“तुम्हारे दांत अच्छे नहीं हैं, यहां से भाग जाओ, वरना जान से मार दूंगा.” इतना ही नहीं, ससुरालवालों ने भी साफ कह दिया कि स्कॉर्पियो लाओ या लड़की को वापस ले जाओ. पीड़िता का कहना है कि उसे दो दिनों तक खाना तक नहीं दिया गया और लगातार अपमानित किया जाता रहा.
इस तनाव का असर सिर्फ उस पर ही नहीं पड़ा, बल्कि पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया. युवती के अनुसार, सतत तनाव और अपमान की खबरें सुनकर उसके पिता मानसिक रूप से बीमार हो गए और सितंबर 2025 में उनकी मौत हो गई. पिता की मौत के बाद जब युवती अपने ससुराल वापस गई तो उसे अंदर तक नहीं जाने दिया गया. इससे परेशान होकर उसने पुलिस की शरण ली.
पीड़िता की तहरीर पर महिला थाना पुलिस ने पति सहित चार लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, धमकी और अन्य गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. महिला थाना की प्रभारी मोनी निषाद ने बताया कि शिकायत मिलते ही केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन कर रही है और पीड़िता को सुरक्षा प्रदान की गई है.यह मामला दहेज प्रथा और विवाह के बाद होने वाली प्रताड़ना की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करता है. पुलिस का कहना है कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.