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माओवादियों की संघर्ष विराम की पेशकश ‘अजीबोगरीब’: चिदम्बरम

केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने माओवादियों की संघर्ष विराम की पेशकश को ‘विचित्र’ बताते हुए मंगलवार को कहा कि यह अजीब है कि सरकार के सामने शांति प्रस्ताव रखने के बाद वे उग्रवादी सुरक्षा बलों पर हमला भी कर रहे हैं.

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केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने माओवादियों की संघर्ष विराम की पेशकश को ‘विचित्र’ बताते हुए मंगलवार को कहा कि यह अजीब है कि सरकार के सामने शांति प्रस्ताव रखने के बाद वे उग्रवादी सुरक्षा बलों पर हमला भी कर रहे हैं.

चिदम्बरम ने संवाददाताओं से कहा ‘यह एक अजीबोगरीब पेशकश है. वह तथाकथित शांति प्रस्ताव किये जाने के बमुश्किल तीन घंटे बाद ही भाकपा (माओवादी) ने पश्चिमी मिदनापुर के लालगढ़ में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त गश्ती दल पर हमला भी किया.’

गौरतलब है कि माओवादी नेता किशनजी ने पिछली 22 फरवरी को सरकार के सामने 72 दिनों के संघषर्विराम की पेशकश की थी. चिदम्बरम ने कहा ‘संघर्ष विराम की पेशकश के बाद के सात दिनों में बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में हिंसा की 18 वारदात हो चुकी हैं.’ गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने भाकपा (माओवादी) से बातचीत की पेशकश की है बशर्ते वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें.

उन्होंने कहा ‘उस प्रस्ताव पर कोई अर्थपूर्ण प्रतिक्रिया नहीं मिली है. पिछली 23 फरवरी को मैंने कहा था कि भाकपा माओवादी अगर हिंसा छोड़ने के सिलसिले में एक सामान्य और शर्तरहित बयान जारी करें तो सरकार उससे बातचीत करने को तैयार है, मगर मुझे अपने बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.’

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