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सिर्फ 90 सेकंड की हवाई यात्रा, 58 सालों से टूरिस्ट कर रहे इस प्लेन में सफर

90 सेकंड की उड़ान… सुनने में मज़ाक लगता है, लेकिन ये हक़ीक़त है. यह उड़ान इतनी तेज़ है कि केबिन क्रू को शायद सीट बेल्ट बांधने का निर्देश देने का भी पूरा समय नहीं मिल पाता होगा.

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90 सेकंड में आसमान से धरती तक का नज़ारा (Photo: Ai generated)
90 सेकंड में आसमान से धरती तक का नज़ारा (Photo: Ai generated)

आपने कभी सोचा है कि आपकी चाय की एक घूंट खत्म होने से पहले ही हवाई जहाज लैंड कर जाए? सुनने में मज़ाक लगता है, लेकिन उत्तरी स्कॉटलैंड में ऐसा रोज़ होता है. जहां हम लंबी उड़ान के लिए घंटों इंतज़ार करते हैं और सुरक्षा जांच से गुज़रते हैं, वहीं लोगानएयर एयरलाइंस की एक ख़ास फ़्लाइट है, जो विमानन इतिहास में सबसे छोटे सफर का रिकॉर्ड रखती है. यह फ्लाइट वेस्ट्रे और पापा वेस्ट्रे के ओर्कनेय द्वीपों के बीच चलती है, जो कि सिर्फ 2.73 किलोमीटर की दूरी तय करती है. इसकी आधिकारिक उड़ान अवधि सिर्फ़ 90 सेकंड की है.

यह छोटी सी उड़ान केवल हवाई यात्रा का रोमांच नहीं है, बल्कि यह इन छोटे से द्वीपों के लिए एक जीवन रेखा का काम करती है. यह सेवा स्थानीय लोगों के लिए किसी पुल से कम नहीं है, क्योंकि इसी के सहारे शिक्षक, डॉक्टर और छात्र रोज़ाना आवागमन करते हैं. यह एक मज़ेदार और ज़रूरी सेवा है, जिसने दुनिया को दिखा दिया है कि लंबी दूरी ही नहीं, कम दूरी की यात्रा भी हवाई जहाज से कितनी ज़रूरी हो सकती है.

90 सेकंड का हवाई रोमांच

यह छोटी-सी हवाई यात्रा भले ही लंबी फ्लाइट जैसी सुविधाएं न दे, लेकिन इसका अनुभव किसी रोमांच से कम नहीं है. सिर्फ 2.73 किलोमीटर की इस उड़ान में यात्री ऊपर से ऊबड़-खाबड़ तटों और नीले पानी का खूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं. पर्यटक भी इस खास उड़ान का मज़ा लेने के लिए टिकट खरीद सकते हैं, जिसकी कीमत करीब 45 पाउंड (यानी लगभग ₹5,348) है. दिलचस्प बात यह है कि 1967 से शनिवार छोड़कर यह फ्लाइट रोज़ चल रही है और इसमें सिर्फ़ 10 किलो ईंधन ही लगता है. यानी छोटी दूरी, कम खर्च और ढेर सारा अनुभव.

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पायलट का रिकॉर्ड: 53 सेकंड में लैंडिंग

इस एयरलाइन में ब्रिटन-नॉर्मन BN2B-26 आइलैंडर विमान का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 10 यात्रियों के बैठने की क्षमता है. एकदफा इसी रूट पर उड़ान भरने वाले पायलट स्टुअर्ट लिंकलेटर ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन है. कहा जाता है कि उन्होंने यह यात्रा सिर्फ 53 सेकंड में पूरी की थी. 2013 में रिटायर होने से पहले उन्होंने इस रास्ते पर 12,000 से ज़्यादा उड़ानें भरीं. यही वजह है कि स्थानीय लोग आज भी उन्हें एक हीरो की तरह याद करते हैं, क्योंकि उन्होंने सालों तक इस ज़रूरी सेवा को लगातार जारी रखा. यह रिकॉर्ड और उड़ान की निरंतरता साबित करती है कि यह कम समय और कम खर्च में जीवन को आसान बनाने का एक बेहतरीन उदाहरण है.

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