बेरोजगारी (Unemployment) आज भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के सामने एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्या बनकर खड़ी है. यह वह स्थिति है जब काम करने की इच्छा और योग्यता रखने के बावजूद लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता. बेरोजगारी न केवल व्यक्ति के आत्म-सम्मान को ठेस पहुँचाती है, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति में भी बाधा बनती है.
बेरोजगारी के कई कारण हो सकते हैं जैसे- जनसंख्या वृद्धि, शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिकता की कमी, औद्योगिक विकास की धीमी गति, कौशल विकास की कमी, कृषि पर अत्यधिक निर्भरता, सरकारी नीतियों का अभाव या प्रभावहीन क्रियान्वयन.
भारत के सबसे शिक्षित राज्य केरल, गोवा और मिजोरम जहां साक्षरता दर 90% से ज्यादा है, अब एक नई चुनौती से जूझ रहे हैं. पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रहीं. PLFS 2022-23 की रिपोर्ट बताती है कि ऊंची साक्षरता के बावजूद इन राज्यों में युवाओं की बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है. सवाल अब यही है कि जब शिक्षा बढ़ रही है तो रोजगार क्यों नहीं?
जुलाई-सितंबर 2025 में ग्रामीण महिलाओं की श्रम भागीदारी 37.5% पर पहुंची, बेरोजगारी में कमी और कुल रोजगार 56.2 करोड़ तक हो गया है.
हरियाणा में बीजेपी सरकार को सत्ता में आए एक साल से ज्यादा हो गया है, लेकिन बेरोजगारी अब भी गंभीर समस्या है. सरकार ने 2 लाख सरकारी और 5 लाख अप्रेंटिसशिप नौकरियों का वादा किया था, लेकिन विपक्ष का दावा है कि सिर्फ 10-11 हजार पद भरे गए.
छठ पूजा के बाद बिहार की सियासत गरमाने वाली है. कांग्रेस ने चुनावी मोर्चे पर बेरोजगारी, पलायन और SIR जैसे मुद्दों को हथियार बनाकर नीतीश कुमार के 'सुशासन मॉडल' को घेरने की तैयारी कर ली है. राहुल गांधी खुद महागठबंधन के चेहरे के तौर पर मैदान में उतरेंगे और NDA सरकार से बीते 20 साल के कामकाज पर जवाब मांगेंगे.
बिहार में बेरोजगारी दर तो घटी है लेकिन पढ़े-लिखे युवाओं के लिए हालात अब भी मुश्किल हैं. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि जहां अनपढ़ों में बेरोजगारी सिर्फ 0.8% है, वहीं ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट युवाओं में यह 15 से 19% तक पहुंच चुकी है. सवाल ये है कि स्किल प्रोग्राम्स के बावजूद नौकरी क्यों नहीं मिल रही?
14 देशों की इस स्टडी में पता चला कि ज्यादातर लोग दो बच्चे चाहते हैं. भारत में 41% महिलाएं और 33% पुरुष कहते हैं कि वो दो बच्चों का परिवार चाहते हैं. लेकिन भारत की फर्टिलिटी रेट यानी एक महिला से औसतन बच्चों की संख्या 1.9 हो गई है जो 2.1 के रिप्लेसमेंट लेवल से कम है.
Government Job in Rajasthan: राजस्थान नें सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है. सरकार ने कॉन्स्टेबल पदों पर भर्ती का ऐलान किया है. राजस्थान पुलिस विभाग के अनुसार, 9617 रिक्त पदों में कांस्टेबल सामान्य, चालक, बैण्ड, और पुलिस दूरसंचार में ऑपरेटर व चालक के पद शामिल हैं. भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा (फिजिकल टेस्ट), और दस्तावेज सत्यापन (Document Verification) के आधार पर किया जाएगा.
मध्य प्रदेश में नौकरी तलाश रहे युवाओं को 'आकांक्षी युवा' नाम दिया गया है, लेकिन इन युवाओं की आकांक्षाएं पिछले कई सालों से पूरी नहीं हो पा रही हैं.
बेरोजगारी की बात तब तक पूरी नहीं होती, जब तक हम श्रम बल भागीदारी दर (LFPR) को न देखें. अगर लोग नौकरी की तलाश छोड़ देते हैं, तो बेरोजगारी दर अपने आप कम हो जाती है लेकिन भारत के मामले में ऐसा नहीं है. भारत की LFPR भी बढ़ रही है, यानी अधिक लोग नौकरी की तलाश में श्रम बाजार में आ रहे हैं और उन्हें नौकरियां भी मिल रही हैं.