संगरूर
संगरूर (Sangrur) भारत के राज्य पंजाब (Punjab) का एक जिला है और यह इस जिले का मुख्यालय भी है. इस जिले का क्षेत्रफल 3,625 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
संगरूर जिले में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है जिसमें कुल 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं (Assembly Constituency)
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक संगरूर की जनसंख्या (Sangrur Population) 16 लाख से ज्यादा है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 457 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 885 है. इस जिले की साक्षरता दर 67.99 फीसदी है, जिनमें पुरुषों की साक्षरता 73.18 और महिलाओं की साक्षरता 62.17 प्रतिशत है (Literacy).
संगरूर जिले का गठन 1948 में हुआ था. इस जिले की गिनती पंजाब के बड़े शहरों में होती है जो पंजाब के उत्तर-पश्चिम में स्थित है. पहले यह बरनाल जिले का हिस्सा था.
यह माना जाता है कि लगभग 400 साल पहले एक संघू ने इस स्थान को बसाया था. संगरूर जिले के मालेरकोटला, रियासत की राजधानी थी. 18वीं सदी के अन्त में यहां कई लड़ाइयां लड़ी गई. बाद में इसे पंजाब में मिला लिया गया (History).
संगरूर के सांत लोंगोवाल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान में एक छात्रा के निजी अंगों पर साथी छात्रों द्वारा वार किए जाने का गंभीर मामला सामने आने के बाद पंजाब महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग ने SSP से 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. सोशल मीडिया पोस्ट में घटना दबाने के आरोप लगाए गए थे और छात्रों ने सुरक्षा को लेकर विरोध भी किया.
संगरूर में पंजाब परिवहन निगम के अस्थायी कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारी हाथों में पेट्रोल लेकर विरोध कर रहे थे, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया. प्रदर्शन के दौरान पेट्रोल गिरने और आग लगने की घटना हुई जिसमें एसएचओ गंभीर रूप से झुलस गये.
पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों का प्रदर्शन शुक्रवार को उग्र हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की. इस दौरान पंजाब पुलिस के एक अधिकारी भी आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए.
संगरूर के डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा विवादित पोस्ट को लेकर मुश्किल में हैं. पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 1600 करोड़ की राहत राशि को ‘क्रूर मज़ाक’ बताया गया था. मामला पीएमओ तक पहुंचने के बाद पंजाब सरकार ने उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया. चाबा ने सफाई दी कि पोस्ट पीआर टीम ने डाला था.
Nikita Lodhi missing Case: 8 दिन से लापता निकिता को मध्य प्रदेश पुलिस ने पंजाब से दस्तयाब किया है. वह हारवेस्टर चलाने वाले युवक के साथ भागकर शादी कर चुकी थी.
पंजाब के संगरूर जिले के नमोल गांव के एक घर में चोरों ने 92 तोले सोना और ₹2.35 लाख नकद चोरी कर ली.परिवार एक कमरे में एसी चलाकर सो रहा था जब चोर छत के रास्ते दाखिल हुए. गहने विदेश में बसे बच्चों की शादी के लिए रखे गए थे. पुलिस जांच में जुटी है.
पंजाब में संगरूर जिले के गांव नमोल में एक बड़े चोरी के मामले ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया. चोरों ने गांव के निवासी चूहड़ सिंह के घर से करीब 92 तोले सोना और 2 लाख 35 हजार रुपये नकद चुरा लिया. इस दौरान परिवार के सभी सदस्य घर के एक कमरे में AC चला कर सो रहे थे.
संगरूर जिले के भूलण गांव में आजादी के इतने सालों बाद भी पीने का साफ पानी हर घर तक नहीं पहुंच पाया है. वो भी तब, जब इस हल्के से चुने विधायक सीएम और मंत्री रह चुके हैं. यहां के लोगों को पीने का पानी लेने के लिए रोज सुबह-सुबह घर से कई निकलकर कई किलोमीटर पैदल क्यों चलना पड़ रहा है? देखें पंजाब आजतक
संगरूर के सुनाम में बांध टूटने की घटना को 24 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. अब भी नहर का पानी खेतों में जा रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्हें प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही. जबकि अधिकारी दावा कर रहे हैं की वो बांध को फिर से बंद करने में जुटे हैं. देखें पंजाब आजतक.
पंजाब के तीन युवकों को ईरान से किडनैप कर लिया गया. बताया जा रहा है कि तीनों युवकों को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर एजेंट ने ईरान भेज दिया. 1 मई से युवकों का परिवार से कोई संपर्क नहीं है. परिजनों को शरीर पर चोट और चाकू के साथ उनकी तस्वीरें भेजी जा रही हैं. फिरौती में करोड़ों की मांग की जा रही है.
गंजेपन का इलाज करवाने पहुंचे थे ये लोग, लेकिन दवा से आंखों में इतनी जलन हुई कि अस्पताल में भर्ती होना पड़ा
Punjab: पीड़ितों की शिकायत पर संगरूर पुलिस ने कैंप आयोजक तेजिंदर पाल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि खन्ना में प्रशासन ने आरोपी के सलून को सील कर दिया.
संगरूर की काली देवी मंदिर में यह कैंप लगाया गया था, जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे थे. दावा किया गया था कि इस चमत्कारी दवा से बाल झड़ना बंद हो जाएंगे और नए बाल उग आएंगे. लेकिन जैसे ही इस दवा को सिर पर लगाया गया, लोगों की आंखों में जलन शुरू हो गई. देखते ही देखते हालात इतने बिगड़ गए कि 65 से ज्यादा लोग अस्पताल पहुंच गए.
पंजाब के संगरूर में गंजेपन के इलाज के नाम पर लगे एक कैंप में सैकड़ों लोगों की आंखों में इंफेक्शन हो गया. सोशल मीडिया पर विज्ञापित इस कैंप में लोगों के सिर पर लगाई गई दवा का रिएक्शन उनकी आंखों पर हुआ. बड़ी संख्या में लोग सिविल अस्पताल पहुंचे और आंखों का इलाज करवाने लगे.
पंजाब के संगरूर में गंजेपन के इलाज के नाम पर लगे एक कैंप में सैकड़ों लोगों की आंखों में इंफेक्शन हो गया. सोशल मीडिया पर विज्ञापित इस कैंप में लोगों के सिर पर लगाई गई दवा का रिएक्शन उनकी आंखों पर हुआ. बड़ी संख्या में लोग सिविल अस्पताल पहुंचे और आंखों का इलाज करवाने लगे. देखें.
सिविल अस्पताल में आंखों की इन्फेक्शन के चलते मरीजों की गिनती 65 के पार हो चुकी है, और खबर यह भी आ रही है कि आंखों की जलन के चलते लोग प्राइवेट हॉस्पिटलों का भी रुख कर रहे हैं जिसके चलते मरीजों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है.
संगरूर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी है. हत्या इतनी बेरहमी से की गई कि मृतक राकेश कुमार का सिर काटकर सोइयां रोड सुनाम में नहर में फेंक दिया गया और पुलिस शरीर के बाकी हिस्सों की तलाश कर रही है.
पंजाब के संगरूर के गांव रामपुरा गुजरा में मनप्रीत सिंह ने अपनी मां की मौत के बाद उनकी याद में घर में उनका स्टैचू बनवाया. वह और उनकी बेटी हर रोज स्टैचू से बातें करते हैं, आशीर्वाद लेते हैं और पुरानी यादें ताजा करते हैं. मां के प्रति बेटे के प्रेम और यादों की यह अनोखी कहानी सभी को भावुक कर देती है.
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने लोगों को जबरन ट्रालियों में बंद कर दिया था. यह आरोप एक गंभीर स्थिति को दर्शाता है जहां अभिमन्यु कोहाड़ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि इस मामले में मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच एक ईमानदार और पारदर्शी बातचीत होनी चाहिए. मुद्दा यह है कि क्यों पुलिस ने इस तरह का कदम उठाया और इसके पीछे क्या कारण थे. ऐसे आरोप कानून व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यशैली पर अविश्वास की स्थिति पैदा करते हैं. कोहाड़ ने इस पर एक लाइव डिबेट की बात की है ताकि सच्चाई सामने आ सके.
पंजाब के संगरूर जिले के हरकृष्णपुरा गांव में 21 साल की नवनीत कौर गाँव की सबसे कम उम्र की सरपंच बनी हैं. नवनीत बारहवीं के बाद विदेश में पढ़ाई करना चाहती थीं, लेकिन गाँव वालों के अनुरोध पर वह सरपंच के चुनाव में उतरीं और 415 में से 354 वोट हासिल किए. नवनीत के जीवन में उनकी माँ का साया 17 वर्ष की उम्र में उठ गया था.
पंजाब के संगरूर जिले के हरकृष्णपुरा गांव में 21 साल की नवनीत कौर ने इतिहास रच दिया है. गांव वालों के कहने पर उन्होंने चुनाव लड़ा और 21 साल की उम्र में गांव की सबसे कम उम्र की सरपंच बन गईं.