कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) कॉर्प्स ऑफ सिग्नल से जुड़ी हुई अधिकारी हैं. 35 साल की सोफिया कुरैशी इस वक्त पहली महिला ऑफिसर हैं, जिन्होंने इंडियन आर्मी के पूरे कॉन्टिजेंट को एक कई देशों की सैन्य एक्सरसाइज में लीड किया है. साल 2016 में वो एक्सरसाइज फोर्स 18 मिलिट्री ड्रिल का हिस्सा बन चुकी हैं और उसे लीड भी किया है. सोफिया कुरैशी गुजरात की हैं. वह सैन्य परिवार से ही आती हैं. उन्होंने बायोकेमेस्ट्री में डिग्री हासिल किया है. करीब 6 साल के लिए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भारत की तरफ से योगदान दिया है और कोंगो में मिशन को पूरा किया है.
उन्होंने भारत द्वारा 6 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेस में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों की एक-एक जानकारी दुनिया के सामने रखी. कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिन्दी में पूरी जानकारी दी थी.
भारतीय सेना के सिग्नल कोर की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने कई अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ सैन्य इतिहास में अपनी जगह बनाई है. सोफिया कुरैशी बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. एक्सरसाइज फोर्स 18 नामक यह अभ्यास/युद्ध अभ्यास भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था.
मार्च 2016 में, तत्कालीन लेफ्टिनेंट कर्नल कुरैशी ने बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनकर एक मील का पत्थर हासिल किया. 2 मार्च से 8 मार्च तक पुणे में आयोजित इस युद्ध अभ्यास में 18 देशों ने भाग लिया था.
सभी प्रतिनिधिमंडलों में लेफ्टिनेंट कर्नल कुरैशी एकमात्र महिला अधिकारी के रूप में उभरीं. कुरैशी ने 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में एक सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में काम किया था, और 2010 से पीकेओ से जुड़ी हुई हैं.
कुरैशी के दादा सेना में सेवा करते थे. सोफिया कुरैशी की शादी मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री के एक अधिकारी से हुई है.
केबीसी के हॉट सीट पर पहुंची कर्नल सोफिया ने खुलासा किया कि वो फौजी परिवार से हैं. उनकी फैमिली में सभी आर्मी में रह चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 2006 के एक घातक मिशन को भी याद किया.
इस एपिसोड के एक सवाल के दौरान अमिताभ बच्चन ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहाकि वे काफी तगड़ा बोलते हैं.
सोफिया बताती हैं कि उनकी परदादी के पूर्वजों का भारत की आजादी के लिए लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सार्वजनिक माफी न मांगने पर मंत्री विजय शाह अदालत के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं और उनका आचरण उनकी मंशा और ईमानदारी पर संदेह पैदा करता है.
बताया जा रहा है कि जब विजय शाह खालवा में मृतका के परिजनों से मिलने पहुंचे, तब स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने उस मुलाकात की तस्वीरें क्लिक कर सोशल मीडिया पर डाल दीं. इनमें पीड़िता के परिजनों के चेहरे साफ नजर आ रहे हैं, जिससे उनकी निजता भंग हुई है. इस पर अब मंत्री को चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
बीजेपी मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को "आतंकियों की बहन" कह कर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके कारण कोर्ट ने सख्त प्रतिक्रिया दी थी. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जहां विजय शाह को अंतरिम सुरक्षा मिली. हाल ही में विजय शाह खालवा में पीड़ित परिवार से मिले, लेकिन मीडिया से बात नहीं की।
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को दी गई अंतरिम सुरक्षा को आगे बढ़ा दिया है. यह आदेश विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा सौंपे गए स्टेटस रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद दिया. रिपोर्ट में SIT ने जांच पूरी करने के लिए और समय मांगा है. आजतक को SIT द्वारा अब तक की गई जांच की जानकारी मिली है, जो सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में दर्ज है.
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह और प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद से जुड़े कथित राष्ट्र विरोधी बयानों के मामले सुप्रीम कोर्ट में हैं. दोनों प्रकरणों में एसआईटी जांच की रिपोर्ट गर्मी की छुट्टियों के बाद अपेक्षित है. इसी बीच, पुणे में एक छात्रा को समान आरोपों में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा, जिस पर हाईकोर्ट ने पूछा, 'क्या आपको उनकी जिंदगी तबाह करनी है?'
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में एसआईटी ने सुप्रीम कोर्ट को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी, जिसमें जांच के लिए और समय मांगा गया और शाह की गिरफ्तारी से राहत बरकरार रखी गई. उन्होने कर्नल सोफिया पर विवादित बयान दिया था.
एमपी के मंत्री विजय शाह की कर्नल सोफिया पर टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जहां एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की. विजय शाह ने अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा, 'मेरा आशय किसी भी धर्म जाति या समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था... मैं पूरी तरह क्षमा प्रार्थी हूं.'
वडोदरा में आयोजित पीएम मोदी के रोड शो में कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्य विशेष रूप से मौजूद थे. उनकी जुड़वां बहन शायना सुनसारा ने कहा कि पीएम मोदी से मिलकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हुई. उन्होंने पीएम मोदी की महिला सशक्तिकरण के लिए की गई पहलों की सराहना की. देखें सोफिया के पिता और परिवार के अन्य लोगों ने क्या कुछ कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान सोमवार को वडोदरा पहुंचे. यहां पर पीएम ने एक रोड शो भी किया. इस दौरान भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्यों ने उनपर पुष्पवर्षा की. रोड शो में पहुंचीं कर्नल सोफिया कुरैशी की जुड़वां बहन शायना सुनसारा ने कहा वह अब सिर्फ मेरी बहन नहीं बल्कि देश की बहन भी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नेताओं को सलाह दी कि वे अपने सार्वजनिक बयानों में संयम बरतें. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कहीं भी, कुछ भी बोलने से बचें. इसके साथ ही उन्होंने अनुशासित संचार की आवश्यकता पर बल दिया.
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान को लेकर तीसरी बार माफी मांगी है. सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो में वो माफी मांगते नज़र आ रहे हैं
विवादित बयान वायरल होने के बाद मंत्री विजय शाह ने सबसे पहले aajtak से बातचीत में माफी मांगी थी. इसके बाद थाने में एफआईआर की कार्रवाई के दौरान दूसरा माफीनामा वीडियो अपलोड किया. अब तीसरी बार उन्होंने क्षमा मांगी.
भोपाल के कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने 'ऑपरेशन सिन्दूर' और कर्नल सोफिया के संबंध में एक मंत्री द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर पत्र लिखा है. पत्र में विदेश में संभावित सवालों की स्थिति में भारत सरकार से जवाब पूछने का आग्रह किया गया है, जैसा कि आरिफ मसूद ने कहा, "भारत सरकार से पूछ कर जाएं कि फिर हम क्या जवाब देंगे क्योंकि वहाँ भारत की साख का प्रश्न है." यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित होने के कारण देश के मान-सम्मान से जुड़ा है. देखें...
ऑपरेशन सिन्दूर पर भारत का पक्ष रखने विदेश जा रहे भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने एक पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी पर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा की गई कथित अभद्र टिप्पणी और सत्ताधारी दल द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर सवाल उठाया है.
सैन्य अधिकारियों पर अपनी अमर्यादित टिप्पणी करने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री विजय शाह की माफी तो सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी है, लेकिन गिरफ्तारी पर रोक लगाने के साथ ही बहुत बड़ी राहत दे दी है. लेकिन, एसआईटी जांच का आदेश को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाये जा रहे हैं. दूसरी तरफ अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान मेहमूदाबाद अपनी ऐसी ही एक टिप्पणी के चलते जेल भेज दिए गए हैं.
हरियाणा में एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर को उनके बयान के कारण 18 तारीख को गिरफ्तार कर लिया गया, जिस पर भारत की संप्रभुता और एकता को चोट पहुंचाने का आरोप है. दूसरी ओर, मध्य प्रदेश के एक मंत्री द्वारा दिए गए बयान के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी का गठन किया है और उनकी गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगाई है.
मंत्री विजय शाह, कर्नल सोफिया कुरैशी पर अभद्र टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगने और एसआईटी गठन के निर्देश के बाद, इंदौर में हो रही कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं हुए. आजतक को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार ने फिलहाल मंत्री विजय शाह से दूरी बनाना ही सही समझा, यद्यपि यह भी संभव है कि उन्होंने मीडिया के सवालों से बचने के लिए स्वयं बैठक में न जाने का निर्णय लिया हो.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ राज्य के मंत्री विजय शाह की टिप्पणी की जांच के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने सोमवार देर रात तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया.