वैज्ञानिकों ने अल्बानिया-ग्रीस सीमा की सल्फर गुफा में दुनिया का सबसे बड़ा मकड़ी का जाला खोजा है, जो आधे टेनिस कोर्ट के बराबर है. इसमें 111,000 से ज्यादा मकड़ियां दो दुश्मन प्रजातियों की एक साथ रह रही हैं – पहली बार ऐसा देखा गया. यह खुद से चलने वाले इकोसिस्टम का हिस्सा है, जहां रासायनिक ऊर्जा से जीवन चलता है.
अल्बानिया यूरोपिय संघ में शामिल होना चाहता है. लेकिन इस देश में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बड़ी बाधा है. इससे निपटने के लिए पीएम एडी रामा ने सितंबर में AI मिनिस्टर लांच करने की घोषणा की थी जो इस करप्शन पर निगाह रखने वाली थीं. अब पीएम ने इस AI मिनिस्टर के प्रेग्नेंट होने की घोषणा की है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए यूरोप के देश अल्बानिया ने पहली बार एक AI मंत्री की नियुक्ति की है. यह वर्चुअल मंत्री पिक्सेल और कोड से बनी है, जिसका नाम D.L.A. रखा गया है. D.L.A. का अर्थ 'सूरज' होता है. इसे अल्बानिया के प्रधानमंत्री ने अपनी कैबिनेट में शामिल किया है. D.L.A. को सरकारी फंडिंग प्रोजेक्ट्स और पब्लिक टेंडर्स में भ्रष्टाचार रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
अल्बानिया कैबिनेट की नई एआई मंत्री का नाम डिएला रखा गया है. प्रधानमंत्री एडी रामा ने उन्हें 11 सितंबर को अपनी नई कैबिनेट का हिस्सा बनाया. उन्होंने इस साल मई में चौथी बार चुनाव जीतने के बाद सरकार का गठन किया था.
इटली की पीएम मेलोनी के आने पर रामा उनके सामने अपने घुटनों पर बैठ गए, जैसा वो अक्सर अपनी 'इटालियन बहन' के लिए करते हैं. वहीं उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की को विशेष सम्मान देते हुए खुद ओपेरा भवन तक पहुंचाया, जहां नेता वार्ता करने वाले थे. मैक्रों के आने पर रामा ने चुटकी लेते हुए कहा, 'सन किंग आ गए!'. दोनों नेता गर्मजोशी से गले मिले और फिर भीतर प्रवेश किया.
अल्बानिया के राजकुमार क्राउन प्रिंस लेका ने अपनी पत्नी क्राउन प्रिंसेस एलिया से अलग होने का फैसला कर लिया है. दोनों की शादी टूट गई है, और अब दोनों कानूनी रूप से अलग होने की प्रक्रिया में हैं.
अल्बानिया की संसद का कहना है कि हैकरों ने उसके डेटा सिस्टम में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसके कारण संसद की सेवाएं अस्थायी रूप से ठप्प है. रिपोर्ट के अनुसार, यह साइबर हमले ईरान-बेस्ड हैकर्स होमलैंड जस्टिस (Homeland Justice) ने किए हैं. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
दूसरे विश्व युद्ध के बाद सभी देश अपने यहां टूटफूट की मरम्मत में जुटे थे, वहीं एक मुल्क ऐसा था, जिसके तानाशाह ने पूरे के पूरे देश को बंकरों में बदल दिया
दूसरे विश्व युद्ध के बाद सभी देश अपने यहां टूटफूट की मरम्मत में जुटे थे, वहीं एक मुल्क ऐसा था, जिसके तानाशाह ने पूरे के पूरे देश को बंकरों में बदल दिया. तानाशाह एनवर होक्स्हा को डर था कि कहीं दूसरी लड़ाई में देश खत्म न हो जाए. इसलिए नागरिकों को बचाने के लिए उसने बंकर बनवाए. लगभग पौने 2 लाख बंकर बनाने में इतना पैसा खर्च हुआ कि देश वैसे ही तबाह हो गया.