ब्लैकमेलिंग का एक खतरनाक मामला सामने आया है, जहां एक सिरफिरा और हाईटेक सिक्योरिटी गार्ड गिरफ्तार किया जा चुका है. 25 साल का सिक्योरिटी गार्ड महिलाओं की फेक अश्लील फोटो बनाता और उनको सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देता.
सिक्योरिटी गार्ड असल में इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कर चुका था. उसने Deepfake और अन्य टूल्स का इस्तेमाल करके फेक अश्लील फोटो बनाई और उन्हें फेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट भी कर दिया. आज आपको फोटो और वीडियो को सेफ रखने का तरीका बताने जा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर आप तो नहीं करते हैं ये गलतियां
आज आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो और वीडियो को सुरक्षित रखने के तरीके बताने जा रहे हैं. कई साइबर स्कैमर्स सोशल मीडिया से फोटो और वीडियो को डाउनलोड करके उनको कुछ खास सॉफ्टवेयर की मदद से फेक फोटो और वीडियो बना लेते हैं. कई बार ये फेक फोटो अश्लील तक हो जाती हैं, इनकी मदद से वह ब्लैकमेल भी कर सकते हैं.
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प्राइसेवी सेटिंग्स भी कारगर
सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो को सिक्योर रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने अकाउंट को प्राइवेट कर दें. इसके बाद यूजर्स की फोटो और वीडियो सिर्फ उनके दोस्तों के साथ ही शेयर होंगी.
पर्सनल डिटेल्स शेयर ना करें
सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो शेयर करते समय याद रखना चाहिए कि उनके साथ अपनी अपनी पर्सनल डिटेल्स आदि को शेयर ना करें. कई बार लोकेश, घर की लोकेशन या कोई अन्य पर्सनल डिटेल्स शेयर करते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए. यह कई बार काफी खतरनाक साबित होता है.
इसके बाद वह विक्टिम से संपर्क करता और ब्लैकमेल करता
सिक्योरिटी गार्ड फेक अकाउंट और फर्जी फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करता, इसके बाद विक्टिम महिला से संपर्क करता और उन फेक वीडियो और फोटो को डिलीट करने के बदले में ब्लैकमेल करता था. इस दौरान वह महिलाओं को वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने को कहता.
आरोपी ने ढेरों फेक Instagram अकाउंट बनाए थे. इन अकाउंट पर वह उन महिलाओं का असली नाम यूज करता, जो उनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को इग्नोर कर देती थीं. इसके बाद उनकी फेक अश्लील फोटो और वीडियो को पोस्ट करता. ऐसा ही एक केस मुंबई से सामने आया था, जहां एक 19 साल की छात्रा ने पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सिक्योरिटी गार्ड को ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया.
100 से ज्यादा ईमेल आईडी मिलीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी के पास 100 फेक Gmail ID मौजूद थीं, इनकी मदद से वह फेक Instagram अकाउंट तैयार करता और महिलाओं को ब्लैकमेल करता. उसके पास से 13,500 के स्क्रीनशॉट्स मिले हैं.
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मिसलीडिंग कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर करता था पोस्ट
सिक्योरिटी गार्ड महिलाओं की मिसलीडिंग कैप्शन के साथ फोटो और वीडियो को पोस्ट कर देता. इसके बाद जब महिला का उससे संपर्क होता तो वह उन फोटो और वीडियो को डिलीट करने के लिए उनपर दबाव बनाता और ब्लैकमेल करता.
यह केस तब सामने आया, जब एक 19 वर्षीय BSc स्टूडेंट को उनके नाम से ही दो अन्य अकाउंट नजर आए. इसके बाद उसने उन्हें ब्लॉक किया और फिर स्टूडेंट ने अपने दोस्त से इसके बारे में बात की. इसके बाद उसने कंप्लेंट दर्ज कराई. पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए विक्टिम को IP एड्रेस से ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया.
बेंगलुरू से किया गिरफ्तार
विक्टिम को बेंगलुरू स्थित फैक्ट्री एरिया से गिरफ्तार किया, जहां वह बतौर सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. विक्टिम ने इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा किया था. इसके अलावा आरोपी को HTML, नेटवर्किंग और सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग की जानकारी थी. इस जानकारी का इस्तेमाल उसने क्राइम करने में किया. पुलिस ने 16 जून को आरोपी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया.