अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने महिला क्रिकेट को लेकर अहम फैसले लिए हैं. इसी कड़ी में आईसीसी ने महिला चैम्पियनशिप में टीमों की संख्या को बढ़ाकर आठ से दस कर दिया है. इस चैम्पियनशिप के तीसरे सीजन का आगाज 1 जून को शुरू हो रही श्रीलंका-पाकिस्तान सीरीज से होना है. ये दो नई टीमें आईसीसी रैंकिंग में नौवें एवं दसवें नंबर पर काबिज बांग्लादेश और आयरलैंड हैं. इस चैम्पियनशिप के जरिए टीमें आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के क्वालिफाई करती हैं.
2022-25 के इस सीजन के दौरान 10 टीमें तीन मैचों की आठ सीरीज खेलेंगी. जिसमें चार घरेलू और चार विदेशी सीरीज शामिल हैं. विश्व कप की मेजबानी करने वाले देश और टॉप पांच टीमों को क्रिकेट विश्व कप में सीधे एंट्री मिलेगी. बाकी टीमों को क्वालिफायर मुकाबलों के जरिए इसमें शामिल किया जाएगा.
पांच टीमों को वनडे का दर्जा
आईसीसी ने पांच एसोसिएट्स महिला टीमें नीदरलैंड्स, पापुआ न्यू गिनी, स्कॉटलैंड, थाईलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका को संशोधित क्रिकेट विश्व कप योग्यता के आधार पर वनडे क्रिकेट का दर्जा दिया है. अब इन टीमों का वनडे में प्रदर्शन उनकी रैंकिंग निर्धारित करेगा.
आईसीसी ने कही ये बात
इस बारे में जानकारी देते हुए ICC के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा, 'ये फैसला आईसीसी (ICC) बोर्ड की ओर से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद वैश्विक विकास रणनीति के मुताबिक किए गए हैं. आईसीसी महिला चैम्पियनशिप में टीमों की संख्या बढ़ाने और 5 अतिरिक्त टीमों को वनडे का दर्जा देने से हमें महिला क्रिकेट के विकास में में मदद मिलेगी.'
थाईलैंड का शानदार प्रदर्शन
पांच नए वनडे देशों में से एक थाईलैंड ने हालिया सालों में शानदार प्रदर्शन किया है. थाईलैंड की टीम महिला टी20 विश्व कप 2020 के लिए भी क्वालिफाई करने में सफल रही थी. थाईलैंड के मुख्य कोच हर्षल पाठक ने इस साल की शुरुआत में एक समाचार एजेंसी को बताया था, 'हम अटैकिंग रवैये के साथ क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं चाहे वह बैटिंग, बालिंग या फील्डिंग हो. लड़कियां अपने लिए एक पहचान बनाना चाहती हैं.'