रोहित शर्मा ने विजय हजारे ट्रॉफी (2025-26) में सिक्किम के खिलाफ 94 गेंदों में 155 रन की विस्फोटक पारी खेलकर फैन्स का खूब मनोरंजन किया था. लेकिन दो दिन बाद ही पूरी तरह विपरीत नजारा देखने को मिला. रोहित अबकी बार उत्तराखंड के खिलाफ मुकाबले में खाता भी नहीं खोल पाए. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में हुए इस मैच में रोहित के आउट होने पर फैन्स बेहद निराश दिखे. फैन्स हजारों की तादाद में 'हिटमैन' की बैटिंग देखने स्टेडियम पहुंचे थे.
रोहित शर्मा मुंबई की पारी में अपनी पहली ही गेंद पर आउट हुए. यानी वो गोल्डन डक का शिकार बने. रोहित को उत्तराखंड के तेज गेंदबाज देवेंद्र सिंह बोरा ने आउट कर बड़ा उलटफेर कर दिया. बोरा ने सही लाइन-लेंथ पर गेंद डाली, जिस पर रोहित ने पुल शॉट खेला. शॉट की टाइमिंग सही नहीं रही और जगमोहन नागरकोटी ने डीप फाइन लेग पर कैच लपक लिया. पहले प्रयास में नागकोटी से गेंद स्लिप कर गई थी, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने बॉल को अपने कब्जे में किया.
25 वर्षीय देवेंद्र सिंह बोरा के लिए रोहित शर्मा का यह विकेट बेहद खास रहा. हो भी क्यों ना.. उन्होंने भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक रोहित शर्मा को आउट किया. इस विकेट के बाद देवेंद्र सुर्खियों में आ गए हैं. खास बात यह है कि रोहित पिछले मैच में शानदार शतक लगाकर जबरदस्त फॉर्म में थे, ऐसे में उन्हें आउट करना आसान नहीं था.
हिमाचल के खिलाफ की कातिलाना गेंदबाजी
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज देवेंद्र सिंह बोरा अपने करियर का सिर्फ तीसरा लिस्ट-ए मुकाबला खेल रहे थे. रोहित शर्मा के रूप में उन्होंने लिस्ट-ए क्रिकेट में अपना पांचवां विकेट लिया. रोहित का विकेट लेना निश्चित तौर पर पूरे टूर्नामेंट में उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगा. इससे पहले हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मुकाबले में भी बोरा ने शानदार प्रदर्शन किया था.
हिमाचल प्रदेश के खिलाफ देवेंद्र सिंह बोरा ने 44 रन देकर चार विकेट झटके थे और विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 की शुरुआत दमदार अंदाज में की थी. फर्स्ट क्लास करियर की बात करें तो देवेंद्र सिंह बोरा अब तक उत्तराखंड के लिए 15 मैचों में 30 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनका औसत 41.13 और स्ट्राइक रेट 69.7 रहा है.
देवेंद्र बोरा ने इससे पहले उत्तराखंड प्रीमियर लीग (UPL) 2025 में भी शानदार प्रदर्शन किया था. वह देहरादून वॉरियर्स टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने सिर्फ 6 मैचों में 10 विकेट चटकाए. लगभग हर मुकाबले में उन्होंने अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा था.