IPLRetention Rule: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की रिटेंशन पॉलिसी को लेकर एक और बड़ा अपडेट सामने आया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आईपीएल रिटेंशन नियम पर निर्णय में देरी कर सकता है. रिटेंशन पॉलिसी को लेकर माना जा रहा है इससे चेन्नई सुपर किंग्स और महेंद्र सिंह धोनी को फायदा हो सकता है. लेकिन इस पर अभी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है.
आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों और अधिकारियों के बीच चल रही जानकारी के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) महीने के अंत तक घोषणा को टाल सकता है. अगर 29 सितंबर को बेंगलुरु में होने वाली बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के समय पॉलिसी सार्वजनिक हो जाती है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार- एजीएम और आईपीएल पॉलिसी के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है. बीसीसीआई अगले कुछ दिनों में पॉलिसी जारी करके सभी को चौंका सकता है. हालांकि, आईपीएल अधिकारियों के बीच सबसे बड़ी धारणा यह है कि घोषणा में कम से कम 10 दिन से दो सप्ताह लग सकते हैं. हालांकि इस संबंध में कोई फॉर्मल कम्युनिकेशन नहीं हुआ है, लेकिन माना जाता है कि बीसीसीआई अधिकारियों ने फ्रेंचाइजी को देरी का संकेत दिया है, जिन्होंने हाल ही में रिटेंशन नियमों के बारे में उनसे संपर्क किया था.
इससे पूर्व बीसीसीआई से अगस्त के अंत तक रिटेंशन पॉलिसी की घोषणा करने की उम्मीद थी, जैसा कि पिछले महीने मुंबई में मालिकों की बैठक के बाद बोर्ड के अधिकारियों ने खुले तौर पर कहा था.
बीसीसीआई द्वारा रिटेंशन पॉलिसी की घोषणा चाहे जिस समय की जाए, अब यह समझा जा रहा है कि फ्रेंचाइजी के पास अपने रिटेंशन निर्णयों को अंतिम रूप देने के लिए 15 नवंबर तक का समय हो सकता है. आईपीएल नीलामी संभवतः दिसंबर के लिए निर्धारित है, निश्चित रूप से राइट टू मैच (RTM) विकल्प भी पेश करेगी.

रिटायर्ड खिलाड़ी बनेंगे अनकैप्ड
माना जा रहा है कि BCCI रिटायर्ड इंटरनेशनल खिलाड़ियों को अनकैप्ड के रूप में क्लासिफाइड करने के कदम पर विचार कर रहा है, लेकिन यह डिबेट का विषय है कि क्या इससे नीलामी राशि (ऑक्शन पर्स) पर कोई बड़ा असर पड़ेगा. यह पॉलिसी विशेष रूप से एमएस धोनी को 'अनकैप्ड' कैटगरी में रखने और चेन्नई सुपर किंग्स की मदद करने के उद्देश्य से नहीं हो सकती है, क्योंकि अगर धोनी एक और सीजन खेलते हैं तो यह लीग के हित में है.
वहीं CSK के अधिकारियों का यह भी कहना है कि अगर धोनी अगले सीजन में खेलने का फैसला करते हैं, तो वे उनके रिटेंशन में से एक होंगे, भले ही BCCI केवल दो रिटेंशन की अनुमति दे. दिलचस्प बात यह है कि यह निर्णय अन्य खिलाड़ियों के अलावा सुनील नरेन जैसे खिलाड़ियों को भी प्रभावित कर सकता है, जिन्होंने कुछ समय पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, उन्होंने आखिरी बार 2019 में T20I खेला था.
वैसे धारणा यह है कि रिटायर्ड खिलाड़ियों को अनकैप्ड करने से नीलामी राशि पर कोई खास असर नहीं पड़ सकता है, क्योंकि BCCI रिटेंशन की संख्या के आधार पर पर्स का एक प्रतिशत काट लेगा, जिससे फ्रेंचाइजी को प्रत्येक रिटेन किए गए खिलाड़ी के मूल्य का निर्धारण किए बिना खिलाड़ियों की कीमत निर्धारित करने की अनुमति मिल जाएगी, जैसा कि वर्तमान में किया जा रहा है.