दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की रविवार को हुई वार्षिक आम बैठक में संयुक्त सचिव राजन मनचंदा के साथ शीर्ष परिषद के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर गलत व्यवहार किया गया. ये बातें डीडीसीए सचिव विनोद तिहारा ने कहीं. विनोद तिहारा ने कहा कि लोकपाल दीपक वर्मा इस मामले को देखें और अपना फैसला दें. सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिहारा ने कहा कि जिस तरह से प्रशासकों की छवि को खराब करने के लिए तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, वो दुखद है.
लोकपाल अंतिम फैसला लें
उन्होंने कहा, 'वीडियो आप सभी के सामने है, आप उसे देख सकते हैं. अपने हिसाब से तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है. हम इस पर कुछ नहीं कहना चाहते. हम चाहते हैं कि लोकपाल इस पर अंतिम फैसला लें. वह वीडियो को सबूत के तौर पर देख सकते हैं और मामले पर अपना फैसला सुना सकते हैं. हम हमेशा से मानते हैं कि क्रिकेट प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए और इस तरह की चीजें सामने नहीं आनी चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'जब बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए फंड हमारे पास आए तो हमने उन्हें क्रिकेट से संबंधित गतिविधियों, स्टाफ का वेतन देने, रोजमर्रा के खर्चे में ही इस्तेमाल किया. आप खुद इस बात को देख सकते हैं.' पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने संघ को ध्वस्त करने की बात कही, लेकिन तकनीकी रूप से यह मुमकिन नहीं है क्योंकि डीडीसीए कंपनी अधिनियम के अंतर्गत आता है.
तिहारा ने कहा कि वो मुद्दे को साफ तौर पर पेश करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, '29 दिसंबर को एजीएम में क्या हुआ था इस मसले को उनके सामने साफ तौर पर पेश करने में मुझे खुशी होगी. हमने लोगों को शांत कराने की कोशिश भी की थी, लेकिन किस्मत साथ नहीं थी.'
तिहारा के समर्थन में आए
मीडिया समिति के चेयरमैन अपूर्व जैन ने भी तिहारा की बात का समर्थन करते हुए कहा है, 'हमें तथ्यों से परेशानी नहीं है, लेकिन किसी को उन्हें गलत तरीके से पेश नहीं करना चाहिए.' निदेशक संजय भारद्वाज ने कहा कि लोकपाल को अगले कुछ दिनों में पूरी जानकारी मुहैया कराई जाएगी और इसके बाद वो उस पर फैसला ले सकते हैं.
दो हफ्ते में हो सकता है फैसला
उन्होंने कहा, 'सभी तरह के सबूत उन्हें उपलब्ध कराएं जाएंगे और इसके बाद ही आपको पता चलेगा कि क्या हुआ है और पूरी स्थिति में से क्या निकाला गया है. लोकपाल जल्द से जल्द इसे देख सकते हैं. इसके लिए तारीख क्या होगी यह तय करना गलत होगा, लेकिन दो सप्ताह के अंदर फैसला लिया जा सकता है.
गंभीर के साथ काम करके अच्छा लगेगा
तिहारा ने कहा कि अगले अध्यक्ष के लिए चुनाव फरवरी आखिरी या मार्च की शुरुआत तक हो सकते हैं. अगर गंभीर लोढ़ा समिति की सिफारिशों के मुताबिक अध्यक्ष पद के काबिल होते हैं तो उन्हें पूर्व बल्लेबाज के साथ काम करके अच्छा लगेगा.
क्या थी विवाद की वजह ?
बता दें कि 29 दिसंबर को दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन की सालाना बैठक में दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी. इस बैठक में एक पक्ष रिटायर्ड जस्टिस बदर दुरेज़ अहमद को हटाने की मांग कर रहा था. इस मामले में पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को ट्वीट करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. गौतम गंभीर ने कहा कि डीडीसीए के पदाधिकारी हद से बाहर चले गए हैं. डीडीसीए ने शर्मनाक काम किया है.