प्रकृति का गुस्सा हर साल लाखों लोगों को बेघर कर रहा है. इंटरनल डिस्प्लेसमेंट मॉनिटरिंग सेंटर (IDMC) की नई रिपोर्ट के अनुसार, 2015 से 2024 तक दुनिया भर में बाढ़, तूफान, भूकंप और जंगल की आग जैसी आपदाओं ने 26.48 करोड़ लोगों को उनके घरों से विस्थापित किया. भारत में इस दौरान 3.2 करोड़ लोग विस्थापित हुए. 2024 में अकेले 4.58 करोड़ बार लोग बेघर हुए, जो दशक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
IDMC की रिपोर्ट Countdown to 2030: Achieving Global Targets on Disaster Displacement के अनुसार, 2015-2024 के बीच 210 देशों और क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं ने लोगों को बेघर किया. इनमें से 89% विस्थापन बाढ़ और तूफानों के कारण हुए.
वैश्विक आंकड़े
भारत में स्थिति
प्रमुख कारण
जलवायु परिवर्तन: बाढ़, तूफान और जंगल की आग की तीव्रता और आवृत्ति बढ़ रही है.
कमजोर तैयारी: खराब बुनियादी ढांचा और जोखिम वाले क्षेत्रों में बस्तियां विस्थापन को बढ़ाती हैं.
डेटा की कमी: कई विस्थापनों का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता, जिससे मदद में देरी होती है.
IDMC निदेशक एलेक्जेंड्रा बिलक कि विस्थापन आज की समस्या है, जो बार-बार हो रही है. गरीब देश सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. बेहतर डेटा, नीतियां और निवेश से जोखिम कम किया जा सकता है.
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किन आपदाओं ने मचाया सबसे ज्यादा कहर?
भारत में प्रभाव
2019: साइक्लोन फानी और बुलबुल ने भारत और बांग्लादेश में 40 लाख से ज्यादा विस्थापन किए.
2024: दक्षिण एशिया में बाढ़ और तूफानों ने 92 लाख लोगों को प्रभावित किया, जिसमें भारत में भारी बारिश और बाढ़ प्रमुख थीं.
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जलवायु परिवर्तन की भूमिका
जलवायु परिवर्तन ने प्राकृतिक आपदाओं को और खतरनाक बना दिया है. IDMC की रिपोर्ट बताती है कि पिछले 10 साल में 21.9 करोड़ विस्थापन मौसम-संबंधी आपदाओं (बाढ़, तूफान, सूखा) से हुए, औसतन 2.24 करोड़ प्रति वर्ष. अगर जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो भविष्य में हर साल 5.5 करोड़ से 10 करोड़ लोग विस्थापित हो सकते हैं. भारत जैसे देश, जहां घनी आबादी और कमजोर बुनियादी ढांचा है, सबसे ज्यादा जोखिम में हैं.
उदाहरण
विस्थापन का प्रभाव
भारत में बाढ़ और तूफान ने लाखों लोगों को अस्थायी शिविरों में रहने को मजबूर किया. खेती और आजीविका पर निर्भर ग्रामीण आबादी सबसे ज्यादा प्रभावित हुई.
समाधान और सुझाव
IDMC और सेंडाई फ्रेमवर्क फॉर डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (2015-2030) के तहत कुछ समाधान सुझाए गए हैं...
भारत की स्थिति
भारत ने सेंडाई फ्रेमवर्क के तहत राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण रणनीति बनाई है. 2023 तक भारत के 110 स्थानीय प्रशासनों ने ऐसी रणनीतियां अपनाईं.