Surya Grahan And Chaitra Navratri 2024: साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को यानी कल लगने वाला है. संयोगवश इसके अलगे दिन यानी 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि भी प्रारंभ हो रहे हैं. ऐसे में लोगों का डर है कि सूर्य ग्रहण के साए में वह कैसे मां दुर्गा का स्वागत करेंगे. क्योंकि 8 अप्रैल की रात सूर्य ग्रहण लगेगा और 9 अप्रैल की सुबह चैत्र नवरात्रि की घटस्थापना भी होनी है. आइए आपको बताते हैं कि इस सूर्य ग्रहण का चैत्र नवरात्रि पर कितना असर होगा और आप किस शुभ मुहूर्त में घटस्थापना कर सकेंगे.
कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण? (Surya Grahan 2024 Timing)
साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल दिन सोमवार को रात 09 बजकर 12 मिनट से लेकर रात 02 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. यानी सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट की होगी.
क्या सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगेगा? (Surya Grahan 2024 Sutak Kaal)
सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है. लेकिन सूतक काल केवल तभी मान्य होता है, जब सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान हो. चूंकि साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी लागू नहीं होगा.
चैत्र नवरात्रि पर सूर्य ग्रहण का कितना असर? (Surya Grahan 2024 Effect)
ज्योतिषविदों की मानें तो भारत में दिखाई न देने वाले इस सूर्य ग्रहण का चैत्र नवरात्रि पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. 9 अप्रैल की सुबह साधक बिना कोई चिंता किए देवी की चौकी लगा सकते हैं और तय मुहूर्त में घटस्थापना कर सकते हैं.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2024 Ghatsthapana Shubh muhurt)
चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना के बाद ही नवरात्रि के व्रत प्रारंभ होते हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं.
1. पहला शुभ मुहूर्त- 9 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा.
2. अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा.
घटस्थापना से पहले करें ये काम
देर रात सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद सुबह जल्दी जागें. सबसे पहले पूरे घर की साफ-सफाई करें. घर में गंगाजल का छिड़काव जरूर करें. स्नान के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनें. तुलसी पर गंगाजल छिड़कें. फिर अपने सामर्थ्य के अनुसार, गरीबों को खाने या इस्तेमाल की जाने वाली चीजें दान करें. जिस स्थान पर आप देवी की चौकी और कलश स्थापना करने वाले हैं, वहां साफ-सफाई करें और गंगाजल छिड़कें. इसके बाद शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करें.
घटस्थापना की सामग्री (Chaitra Navratri 2024 Pujan Samagri)
चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना के लिए कुछ आवश्यक सामग्री चाहिए. इसमें चौड़े लकड़ी की चौकी, मुंह वाला मिट्टी का एक बर्तन, पवित्र स्थान की मिट्टी, 7 प्रकार के अनाज, कलश, गंगाजल, कलावा या मौली, सुपारी, आम या अशोक के पत्ते, अक्षत (साबुत चावल), जटा वाला नारियल, लाल कपड़ा, पुष्प और पुष्पमाला.
घटस्थापना विधि (Chaitra Navratri 2024 Ghatsthapana Vidhi)
पहले मिट्टी को चौड़े मुंह वाले बर्तन में रखें और उसमें सप्तधान्य बोएं. फिर उसके ऊपर कलश में जल भरें और उसके ऊपरी भाग (गर्दन) में कलावा बांधें. इसके बाद आम या अशोक के पल्लव को कलश के ऊपर रखें. अब नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर और पल्लव के बीच में रखें. इस नारियल में कलावा भी लपेटा होना चाहिए. घटस्थापना पूर्ण होने के बाद देवी का आह्वान करते हैं. आप चाहें तो अपनी इच्छानुसार और भी विधिवत पूजा कर सकते हैं.