Shani Dev Gochar 2026: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्यायप्रिय और कर्मफल दाता के नाम से जाना जाता है. शनि हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं. शनि का हर गोचर-राशि परिवर्तन जीवन पर गहरे प्रभाव लेकर आता है. मार्च 2025 में शनिदेव कुंभ राशि से मीन राशि में चले गए थे और वह इस राशि में साल 2027 तक विराजमान रहेंगे. ऐसे में शनि जिन जातकों की जन्म राशि से 2, 5 या 9वें स्थान पर विराजमान हैं तो वहां चांदी का पाया बन जाता है. ऐसे में 2026 में शनि मीन राशि में बैठकर इन भावों में रहने वाले जातकों पर साल 2027 तक कड़ी दृष्टि रखेंगे.
ज्योतिषियों के मुताबिक, ढाई सालों के इस महत्वपूर्ण गोचर से 3 राशियों को सबसे ज्यादा सावधान रहने की सलाह दी गई है. इन राशियों के लिए आर्थिक, करियर, समृद्धि और धन के मामलों में यह समय बेहद अशुभ साबित होगा. आइए जानते हैं किन राशियों को साल 2027 तक इस विशेष गोचर से बचकर रहना होगा.
कर्क राशि
शनि का यह गोचर कर्क राशि वालों के लिए चुनौतियों से भरा साबित हो सकता है. करियर में लंबे समय से अटके हुए अवसर मिलने में विलंब होगा. नौकरी बदलने या प्रमोशन मिलने की उम्मीद कम रहेगी. व्यापार में जिन लोगों ने निवेश किया है, उन्हें अपेक्षित लाभ नहीं मिलेगा. विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा या बड़े प्रोजेक्ट से जुड़े अवसर हाथ में आते-आते छूट जाएंगे. आर्थिक स्थिति पर दबाव बढ़ेगा. खर्चो में अनियंत्रित वृद्धि परेशान कर सकती है. पारिवारिक माहौल में भी मतभेद या तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह गोचर करियर-व्यापार दोनों ही क्षेत्रों में कठिनाइयां खड़ी करेगा. मेहनत के बावजूद भी परिणाम लाभकारी प्राप्त नहीं होगा. ऑफिस में रुकावटें आने, पदोन्नति टलने या सम्मान की जगह आलोचना मिलने की स्थितियां बन रही हैं. व्यापार में हाथ से कोई बड़ा कॉन्ट्रैक्ट या पार्टनरशिप जाने की संभावना बन रही है. धन, संपत्ति और निवेश से जुड़े मामलों में नुकसान हो सकता है. अटके हुए पैसे के जुड़ी चिंता परेशान कर सकती है. रिश्तों में स्थिरता की कमी और मानसिक बेचैनी भी बढ़ सकती है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि में इस समय शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है. कुंभ राशि पर शनि की यह चाल चुनौतियां लेकर आ सकती है. आय के नए स्रोत बनने की बजाय, कमाई के मौजूदा साधनों में अस्थिरता बढ़ सकती है. व्यापार में अचानक नुकसान हो सकता है. सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है. कई लोगों के लिए यह समय बहुत ही अशुभ रहेगा. स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही भारी पड़ सकती है. परिवार में तनाव और दूरी बढ़ने की संभावना भी बनी रहेगी.