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पुलिस ने लड़की की फोटो लगाकर बनाई फेक ID, गैंगरेप के आरोपी से की दोस्ती, 8 महीने बाद दिल्ली से दबोचा!

राजस्थान के धौलपुर में गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस को फिल्मी अंदाज में लड़की बनना पड़ा. सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर आरोपी से दोस्ती की, फिर उसे दिल्ली से अरेस्ट कर लिया गया. यह मामला अगस्त 2024 का है, जब हरिद्वार की युवती को नौकरी का झांसा देकर धौलपुर बुलाया गया और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (Screengrab)
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (Screengrab)

राजस्थान के धौलपुर में पुलिस ने गैंगरेप के मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए जो तरीका अपनाया, वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. आठ महीने से फरार चल रहे आरोपी को पकड़ने के लिए दो पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर एक युवती की फर्जी आईडी बनाई, इसके बाद उसी के जरिए गैंगरेप के आरोपी से दोस्ती की. आखिरकार उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया.

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दरअसल, उत्तराखंड के हरिद्वार की रहने वाली 21 वर्षीय युवती ने धौलपुर के मनियां पुलिस थाने में 24 अगस्त 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. शिकायत में पीड़िता ने कहा था कि उसकी एक दोस्त ने नौकरी को लेकर दिल्ली के रहने वाले एक युवक का मोबाइल नंबर दिया था. इसके बाद दिल्ली के रहने वाले युवक ने उसे दिल्ली और आगरा बुलाया, लेकिन किसी कारणवश वह दिल्ली और आगरा नहीं जा सकी थी.

इसके बाद युवक ने उसे धौलपुर के रहने वाले युवक का मोबाइल नंबर दिया. युवती ने धौलपुर के युवक से बात की तो उसने नौकरी को लेकर धौलपुर बुला लिया. पीड़ित युवती 22 अगस्त 2024 को धौलपुर पहुंची तो आरोपी उसे घुमाने के बहाने एक खंडहरनुमा मकान में ले गया, जहां युवक ने अपने दो अन्य साथियों को भी बुला लिया. इसके बाद तीनों ने गैंगरेप किया. इसी के साथ युवकों ने मारपीट भी की.

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पीड़िता ने इस घटना की जानकारी अपनी दोस्त को फोन पर दी. वह वहां से निकलकर किसी तरह मनियां पुलिस थाने पहुंची. उसने आरोपी युवकों के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने युवती के बयान लेकर मेडिकल कराया. घटनास्थल से एफएसएल टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए. रेप की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की. इसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी 34 वर्षीय नवीन कुमार फरार चल रहा था. वह यूपी के बदायूं जिले का रहने वाला था. उसकी गिरफ्तारी पर 20 हजार का इनाम भी घोषित किया गया.

गैंगरेप के मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने साइबर सेल का सहारा लिया. पुलिस कर्मी चरन सिंह और ईशु जैन ने सोशल मीडिया पर एक युवती के नाम से फर्जी आईडी बनाई और उसी से आरोपी से दोस्ती की. पुलिस कर्मी आरोपी से लगातार बातें करके उससे जानकारी जुटाते रहे. युवती बनकर पुलिस कर्मियों से आरोपी की दोस्ती गहरी हो गई. उसने अपनी लोकेशन के साथ अन्य जानकारियां शेयर कर दीं. इसके बाद डीएसटी टीम और मनियां थाना पुलिस ने दिल्ली में दबिश देकर आरोपी नवीन कुमार को पकड़ लिया. पुलिस आरोपी को दिल्ली से धौलपुर ले आई है. उससे पूछताछ की जा रही है.

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