जिन डॉक्टरों ने दिल्ली हमले की साज़िश रची, उनके निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर भी था. आरोप है कि जो डॉक्टर्स जैश के फरीदाबाद मॉड्यूल का हिस्सा थे, उन सभी डॉक्टरों ने आतंकवादी धमाकों के लिए दो तारीखों को चुना था. इनमें एक तारीख थी 6 दिसम्बर, जब साल 1992 में अयोध्या की बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ था. और दूसरी तारीख़ थी 25 नवम्बर, जब इसी महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में राम मन्दिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं.