हरिद्वार में कुंभ मेले की विधिवत शुरुआत हो गई है. कुंभ मेला 1 अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान तीन शाही स्नान होने हैं. 12 अप्रैल, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को शाही स्नान होंगे. वहीं एक शाही स्नान 11 मार्च को पहले ही संपन्न हो चुका है. चूंकि दो शाही स्नान एक दिन के अंतराल पर पड़ रहे हैं इसलिए मेला पुलिस द्वारा शाही स्नानों को ध्यान में रखकर ट्रैफिक प्लान जारी किया गया है.
8 अप्रैल से 15 अप्रैल तक प्रभावी रहने वाले ट्रैफिक प्लान के तहत शहर में किसी भी वाहन को नहीं आने दिया जाएगा. कुंभ स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की संभावना को देखते हुए मेला पुलिस ने यातायात नियंत्रण और भीड़ नियंत्रण के लिए ट्रैफिक प्लान बनाया है. इसके मुताबिक शहर में किसी भी तरह के वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. बड़े और छोटे दोनों वाहनों के लिए यह प्लान लागू होगा. हालांकि यात्रियों की सुविधा के लिए शटल बसें भी चलाने का प्लान बनाया गया है.
हरिद्वार में न लगे जाम इसलिए बनाया गया ट्रैफिक प्लान
ट्रैफिक प्लान के मुताबिक दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाले बड़े वाहन मंगलौर एवं रुड़की मैटाडोर तिराहा से लक्सर रोड, सुल्तानपुर फेरुपुर से मातृसदन होकर दक्षद्वीप पार्किंग में जाएंगे. यह वाहन सिंह द्वार से बहादराबाद-रुड़की होकर वापस जा सकेंगे. इस मार्ग पर यातायात का दवाब ज्यादा होने पर वाहनों को मेरठ, मवाना, बिजनौर अथवा मुजफ्फरनगर, जानसठ, मीरापुर, बिजनौर, नजीबाबाद रोड से लाकर गौरीशंकर पार्किंग पर भी पार्क कराया जाएगा और इसी मार्ग से इनको वापस भेजा भी जाएगा. वहीं छोटे वाहनों को लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा.
सहारनपुर की ओर से आने वाले बड़े और छोटे वाहनों को बड़कला, छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल पार कर करते हुए कांवड़ पटरी से काली माता तिराहे के सामने से बीएचईएल तिराहे से सलेमपुर पिकेट मोड़ से राजा बिस्कुट तिराहे से सिडकुल मार्ग किरबी चौराहे से चिन्मय डिग्री कॉलेज से शिवालिक नगर तिराहे, बीएचईएल मध्य मार्ग से लाकर सेक्टर-04 पीठ के पीछे एवं फाउंड्री गेट के सामने से दाहिने मोड़कर धीरवाली पार्किंग में पार्क कराया जाएगा. इन वाहनों की वापसी शिवालिक नगर तिराहा से बैरियर नं. 6, ख्याति ढाबे से बोंगला बाईपास से रुड़की राजमार्ग- 58 से होकर कराई जाएगी.
नजीबाबाद और कोटद्वार मार्ग से आने वाले बड़े वाहन और छोटे वाहनों को नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग से आने वाले सभी प्रकार के बड़े वाहन 4.2 किमी से गौरीशंकर से नीलधारा पार्किंग में लाए जाएंगे. इन वाहनों की कोटद्वार से एंट्री कराई जाएगी.
देहरादून ऋषिकेश मार्ग से आने वाले वाहनों को दूधियाबंध कृषि भूमि पर बनी पार्किंग पर पार्क कराया जाएगा. इस पार्किंग के भर जाने पर देहरादून, ऋषिकेश की तरफ से आने वाली सभी बड़ी गाड़ियों को मोतीचूर रेलवे फाटक के पास मोतीचूर-रोह पर बनी पार्किंग में पार्क किया जाएगा. जबकि छोटे वाहनों को हरिपुर कलां मार्ग से होकर सप्तऋषि आश्रम के सामने सप्तऋषि पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा. इनकी वापसी पुरानी भूपतवाला चौकी से दाहिने मुड़कर मुख्य मार्ग से होगी.
दिल्ली से आने वाली रोडवेज बसों को यहां किया जाएगा डायवर्ट
दिल्ली रूट से आने वाले रोडवेज की बसों को पुरकाजी के पास से लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा. ये वाहन लक्सर मार्ग से हरिद्वार के पास तक पहुंच सकेंगे. सहारनुपर से आने वाली रोडवेज की बसों को छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल से धीरवाली पार्किंग में बने अस्थाई बस अड्डे पर पार्क कराया जाएगा.
नजीबाबाद कोटद्वार मार्ग से आने वाली रोडवेज बसों को 4.2 किमी से गौरीशंकर के पार्किंग में भेजा जाएगा. ऋषिकेश देहरादून की ओर से आने वाली उत्तराखंड और हिमाचल राज्य परिवहन की बसों को दूधाधारी चौक से मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास बने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा.
हरिद्वार शहर में दो और तीन पहिया वाहनों को शहर के अंदर किसी भी सूरत में घुसने नहीं दिया जाएगा. ज्वालापुर की ओर से आने वाले वाहनों को भगत सिंह चौक और कनखल की ओर से आने वाले वाहनों को हरिराम आर्य इंटर कॉलेज पर रोक दिया जाएगा. उत्तरी हरिद्वार के वाहनों को खड़खड़ी से पहले ही रोक दिया जाएगा और सिडकुल से आने वाले वाहनों को भेल में ही रोक दिए जाएंगे. इन सभी वाहनों के लिए अस्थाई पार्किंग का निर्माण किया गया है.