उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के बाद मची तबाही ने देश को झकझोर दिया. खीरगंगा में अचानक आई बाढ़ ने मिट्टी और मलबे के बहाव से गांव के एक बड़े हिस्से को बहा दिया, जिससे कई लोग फंस गए. खराब मौसम के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
धराली क्षेत्र में आई आपदा के बाद पिछले तीन दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस दौरान अब तक 500 लोगों को सुरक्षित रूप से हर्षिल और मातली पहुंचाया गया है. वहीं, 112 लोगों को अलग-अलग स्थानों से एयरलिफ्ट कर देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया है.
मौसम साफ रहने की वजह से गुरुवार सुबह से ही राहत कार्यों में तेजी आई. सेना के चिनूक और अन्य 8 हेलीकॉप्टरों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लेते हुए 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने बताया कि अभियान अभी भी जारी है और हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य शुक्रवार सुबह से पुनः शुरू किया जाएगा.

सेना के MI-17 और चिनूक हेलिकॉप्टरों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. मशीनों की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है. अब तक लगभग 150 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
मताली हेलिपैड पर एक अस्थायी एविएशन बेस बनाया गया है, जहां से हेलीकॉप्टरों को ऑपरेट किया जा रहा है. इससे राहत सामग्री और मेडिकल टीमों को तेजी से प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने धराली और हर्सिल में मेडिकल टीमें तैनात की हैं. हाईवे को हर्षिल से जोड़ने वाले ब्रिज को दोबारा तैयार किया जा रहा है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि उत्तरकाशी में आज सुबह धराली मे चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की.

हेली सेवा, MI-17 और चिनूक हेलिकॉप्टरों की मदद से सुबह से ही युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित वापस लाया जा रहा है. इसके साथ ही बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सेना दवाइयां और भोजन सहित जरूरी सामान पहुंचा रही है.