गाजियाबाद के मुरादनगर में 3 जनवरी को श्मशान घाट की छत गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में मरने वालों के परिजनों ने गाजियाबाद को मेरठ से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 58 पर शव रखकर जाम लगाया. लोग न्याय के लिए चिल्ला रहे थे, महिलाएं रो रही थीं और हर कोई असली गुनहगारों को सजा देने की मांग कर रहा था. बवाल बढ़ना शुरू हुआ तो प्रशासन हरकत में आया. पुलिस की मदद से जाम खुलवाने की कोशिशें की जाने लगीं लेकिन हजारों लोगों के हुजूम के गुस्से के सामने हालात सुधर नहीं पा रहे थे. लोगों के गुस्से का आलम ये था कि एक तरफ पुलिस जाम खुलवाने की कोशिश में जुटी थी तो दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगा रहे थे. उनका साफ साफ कहना था कि इस तरह की मुस्तैदी अगर लापरवाही रोकने में की जाए तो लोगों को इस तरह अपनी जान न गंवानी पड़े. देखें वीडियो.
At least 25 people were dead in Muradnagar roof collapsing accident. The families of the deceased blocked the Delhi-Meerut highway by placing bodies on the road to express their grief and anger. The victims' families were asking when the people responsible for the accident will get arrested? Watch the video for more information.