डॉक्टरों की लापरवाही का एक बेहद सनसनीखेज मामला लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) में सामने आया है. यहां के ट्रॉमा सेंटर में खाली ऑक्सीजन सिलिंडर लगाकर एक गंभीर मरीज को गांधी वार्ड भेज दिया गया. जैसे ही परिजन मरीज को स्ट्रेचर पर बाहर लेकर निकले, दम घुटने के कारण उसकी मौत हो गई.
बहराइच निवासी दिनेश (32) को सांस लेने में दिक्कत और झटके आने के कारण दो दिन पहले ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. सांस ना ले पाने के कारण दिनेश को ऑक्सीजन के सपोर्ट पर रखा गया था. स्थिति में सुधार ना होने पर रविवार को डॉक्टरों ने दिनेश को गांधी वार्ड में शिफ्ट करने का निर्णय लिया.
दिनेश के पिता जयराम के मुताबिक रविवार सुबह उसे गांधी वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा था. स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सिलिंडर लगाकर उसे जैसे ही बाहर निकाला गया, अचानक उसकी गर्दन एक तरफ लुढ़क गई. परिवार वालों ने सिलिंडर को हटाने की कोशिश की तो यह काफी हल्का महसूस हुआ और इससे मास्क हटाने पर गैस की कोई आवाज भी नहीं आई.
परिवार वाले उसे लेकर तुरंत ट्रॉमा सेंटर के अंदर भागे. कैजुअलिटी में जांच के बाद पता चला कि दम घुटने से दिनेश की मौत हो चुकी है. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. केजीएमयू प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एससी तिवारी की अध्यक्षता में एक टीम बना दी है.