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सपा नेता और पूर्व मंत्री पंडित सिंह का कोरोना से निधन, कई दिनों से चल रहा था इलाज

पंडित सिंह ने सियासी सफर की शुरुआत सपा से वर्ष 1995 से की और 1996 में सपा के टिकट पर गोंडा विधानसभा सीट से विधायक बने. इसके बाद वर्ष 2002 में फिर गोंडा से ही चुनाव लड़े और जीते. वर्ष 2003 में वह मुलायम सिंह यादव की सरकार में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री बने.

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सपा नेता पंडित सिंह का निधन (फाइल फोटो)
सपा नेता पंडित सिंह का निधन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सपा नेता पंडित सिंह का कोरोना से निधन
  • पिछले काफी दिनों से थे कोरोना संक्रमित
  • लखनऊ के एक अस्पताल में चल रहा था इलाज

यूपी के गोंडा जिले के सपा नेता और पूर्व मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह की शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई. पंडित सिंह का लखनऊ में इलाज चल रहा था. गोंडा के नवाबगंज निवासी पंडित सिंह पिछले महीने से कोरोना संक्रमित थे. बाद में हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ के हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था. लगभग 15 दिनों से वह लखनऊ अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे. 

पंडित सिंह ने सियासी सफर की शुरुआत सपा से वर्ष 1995 से की और 1996 में सपा के टिकट पर गोंडा विधानसभा सीट से विधायक बने. इसके बाद वर्ष 2002 में फिर गोंडा से ही चुनाव लड़े और जीते. वर्ष 2003 में वह मुलायम सिंह यादव की सरकार में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री बने.

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट से चुनाव लड़े. इसके बाद वर्ष 2012 में फिर गोंडा विधानसभा से विधायक चुने गए. अखिलेश सरकार में राजस्व राज्य मंत्री बने. अक्टूबर 2013 में सीएमओ कांड में फंसने पर पंडित सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

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इसके बाद फिर वे माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री बने. वर्ष 2014 में कैसरगंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और मोदी लहर में भी तीन लाख से अधिक वोट पाए मगर भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह से चुनाव हार गए.

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इसके बाद अखिलेश सरकार में उन्हें कृषि विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया. वर्ष 2017 में पंडित सिंह ने गोंडा से अपने बड़े भाई के बेटे सूरज सिंह को चुनाव लड़ाया और खुद तरबगंज से चुनाव लड़े. मगर दोनों ही चुनाव हार गए. लोकसभा चुनाव 2019 में अब वे फिर गोंडा संसदीय सीट पर सपा प्रत्याशी के तौर पर लड़े लेकिन जीत नहीं सके.

 

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