देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इतिहास रच दिया है. कांग्रेस के ही टिकट पर छठी बार वह लगातार निर्विरोध राज्यसभा सदस्य बने. छठी बार राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद उनके नाम नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. डॉ. मनमोहन सिंह राजस्थान से अप्रैल 2024 तक के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. छठी बार निर्वाचित होकर डॉ. मनमोहन सिंह ने नया रिकॉर्ड बना लिया है.
वह पांच बार असम और इस बार राजस्थान से चुने गए हैं. एक ही पार्टी के टिकट पर लगातार छठी बार राज्यसभा सदस्य बनने और हर बार निर्विरोध चुने जाने का रिकॉर्ड डॉ. मनमोहन सिंह के नाम हो गया है.
वहीं अगर इस बार भी डॉ. मनमोहन सिंह असम से चुनकर आते तो ये भी अपने आप में एक नया रिकॉर्ड होता. हालांकि ऐसा हुआ नहीं. राज्यसभा सचिवालय के अधिकारियों के मुताबिक, वमहेंद्र प्रसाद 7 बार राज्यसभा सदस्य चुने गए हैं लेकिन वह अलग-अलग पार्टियों से मतदान के जरिए राज्यसभा सांसद रहे हैं.
जाने माने वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी, नजमा हेपतुल्ला, गुलाम नबी आजाद जैसे कई और नेता हैं जो 6 बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. लेकिन ये सभी अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर चुनकर आए. वहीं उत्तर प्रदेश से नीरज शेखर दिसंबर 2020 तक के लिए राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं.
राजस्थान में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई सीट पर बचे कार्यकाल के लिए डॉ. मनमोहन सिंह निर्वाचित हुए हैं. बीजेपी ने सिंह के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा. 26 अगस्त मतदान की तारीख थी लेकिन मुकाबले में कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं होने से डॉ. मनमोहन सिंह निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिए गए. डॉ. मनमोहन सिंह लगभग तीन दशक से असम से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रहे हैं. सिंह 3 अप्रैल, 2024 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे.