प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर नीति से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बेचैन हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इमरान खान से फोन पर बात की. उससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप की पीएम मोदी से करीब आधे घंटे तक बात हुई, जिसमें मोदी ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए जमकर खरी-खोटी सुनाई. ट्रंप ने दोनों देशों के पीएम से एलओसी पर शांति बनाए रखने की अपील की.
US President Donald Trump: Spoke to my two good friends, PM Modi of India, & PM Khan of Pakistan, regarding trade, strategic partnerships and, most importantly, for India and Pakistan to work towards reducing tensions in Kashmir. A tough situation, but good conversations. pic.twitter.com/x9aoBsOGGe
— ANI (@ANI) August 20, 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की 30 मिनट तक बातचीत हुई है. प्रधानमंत्री मोदी बातचीत में बिना पाकिस्तान का नाम लिए जमकर निशाना साधा. इमरान खान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि कुछ क्षेत्रीय नेता भारत के खिलाफ अति उग्र बयान दे रहे हैं और ये क्षेत्रीय शांति के लिए ठीक नहीं है. सीमा पार आतंकवाद को हम हर कीमत पर रोकेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ-साफ कह दिया सीमापार आतंकवाद को रोकना ही होगा. इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम इमरान खान से बात की. शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि ट्रंप और अमेरिका कश्मीर मसले में अपनी भूमिका निभाएंगे. भले ही राष्ट्रपति ट्रंप के फोन से पाकिस्तान ने राहत की सांस ली हो लेकिन भारत साफ-साफ कह चुका है कि कश्मीर पर तीसरा पक्ष कबूल नहीं.
एक हफ्ते के अंदर ट्रंप और इमरान खान के बीच यह दूसरी बातचीत है. व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इमरान खान को कश्मीर में तनाव घटाने पर बल देने का सुझाव दिया. राष्ट्रपति ने इमरान खान को भड़काऊ बयानबाजी से भी बचने का आग्रह किया. बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप और इमरान खान ने दोनों देशों के बीच परस्पर सहयोग बढ़ाने और व्यापार सहित कई मुद्दों पर मजबूती से आगे बढ़ने पर जोर दिया.
दूसरी ओर भारत में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच दक्षिण एशिया में आतंक मुक्त माहौल कायम करने और इसके लिए मिलजुल कर काम करने पर विस्तृत बातचीत हुई. सीमा पार आतंकी गतिविधियों को कम करने के लिए भी दोनों नेताओं ने एक दूसरे से सहमति जताई.