दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले ईडी की हिरासत में हैं, जिसको लेकर आप सरकार बीजेपी के निशाने पर है. वहीं दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर पलटवार किया. उन्होंने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए.
सिसोदिया ने कहा कि जब कोई चुना हुआ मुख्यमंत्री या मंत्री अपनी पत्नी की कंपनी को या अपने बेटे के पार्टनर्स की कंपनियों को ठेके दे तो यह इस देश के कानून के तहत भ्रष्टाचार होता है. उन्हाेंने सवाल किया कि बीजेपी बताए यह उसकी नजर में भ्रष्टाचार है या नहीं है. उन पर कार्रवाई होगी कि नहीं होगी. अपने मुख्यमंत्री को जेल में डालेंगे या नहीं.
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. कहा कि बीजेपी के सभी आरोप हमेशा झूठे साबित होते हैं. वहीं असम के सीएम ने मनीष सिसोदिया के आरोप ट्वीट कर कहा कि आप उपदेश देना बंद करें. मैं जल्द ही आपके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा.
पीपीई किट की खरीद में किया भ्रष्टाचार
मनीष सिसोदिया ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि असम के वर्तमान सीएम हिमंत बिस्वा सरमा जो 2020 में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब उन्होंने कोविड की आंड़ में जमकर भ्रष्टाचार किया है. उस समय उन्होंने अपने स्वास्थ्य विभाग से पीपीई किट्स खरीदने के ठेके जारी किए.
उन्होंने कहा कि उस वक्त इमरजेंसी थी इसलिए बिना टेंडर के ही ठेके जारी किए जा रहे थे. सरकार के पास यह आधिकार होता है कि इमरजेंसी के वक्त वह ऐसा कर सकती है लेकिन ये ठेके किसको और कितने रेट पर दिए गए, इसमें भ्रष्टाचार किया गया.
मेरी पत्नी लोगों की जान बचाने के लिए आगे आई
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे खराब महामारी का सामना कर रहा था, उस समय असम के पास पीपीई किट नहीं थी तब मेरी पत्नी आगे आई और उसने लोगों की जान बचाने के लिए सरकार को करीब 1500 पीपीई किट दान कीं.
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना की महामारी के समय मनीष सिसोदिया ने बिल्कुल अलग रूप दिखाया था. दिल्ली में फंसे असम के लोगों की मदद के लिए मैंने उन्हें कई बार कॉल की थी लेकिन उन्होंने मेरे कॉल्स को ठुकरा दिया था. मैं उस दिन को नहीं भूल सकता जब मुझे असम के एक कोविड पीड़ित का शव लेने के लिए सात दिन का इंतजार करना पड़ा था.
सीएम की पत्नी भी आरोपों का कर चुकी हैं खंडन
हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा कोविड-19 महामारी के दौरान पीपीई किट की आपूर्ति में उनके स्वामित्व वाली एक फर्म द्वारा घोटाले के आरोपों का खंडन कर चुकी हैं.

एक जून को उन्होंने ट्विटर पर कहा कि 2020 में मार्च के पहले हफ्ते में असम के पास एक भी पीपीई किट नहीं थी, इसलिए मैं एनएचएम को करीब 1,500 पीपीई किट दिए. उन्होंने कहा, ''मैंने इसे अपनी CSR का हिस्सा मानने के लिए NHM को लिखा था. मैंने इस आपूर्ति में एक पैसा भी नहीं लिया. मैं हमेशा समाज को वापस देने में विश्वास किया है.
मीडिया रिपोर्ट में यह किया गया है दावा
- मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर ठेके की एक ऑर्डर कॉपी शेयर करते हुए कहा कि असम के सीएम उनकी पत्नी की कम्पनी जेसीबी इंडस्ट्रीज को पीपीई किट सप्लाई के ठेके दिए गए, जबकि कम्पनी का मेडिकल फील्ड से कोई लेना-देना नहीं था. उस समय सरकार ने अन्य कम्पनियों से 600 रुपये में पीपीई किट खरीदी थी, लेकिन उनकी पत्नी से 990 रुपये में खरीदी.

- असम सीएम ने बेटे के पार्टनर की कम्पनियों जीआरडी फार्माश्युटिकल और मेरीटाइम हेल्थकेयर से भी 600 की जगह 990 रुपये में किट खरीदी.
- पत्नी की कम्पनी जब पीपीई किट की पूरी सप्लाई नहीं कर पाई तो बेटे के पार्टनर की कम्पनियों ने भी सप्लाई नहीं की. इसके बावजूद पार्टनर की कम्पनियों को दोबारा ठेका दे दिया गया और इस बार 1680 रुपये में पीपीई किट खरीदी.
- सीएम की पत्नी के पार्टनर की कंपनी एजाइल एसोसिएट्स को भी पीपीई किट की सप्लाई का ठेका दे दिया गया. 2200 रुपये में कंपनी से किट खरीदी गई.