अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके पिता और देश के पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की प्रतिक्रिया आई थी. उन्होंने कहा था कि अनिल के इस फैसले ने मुझे बहुत आहत किया है, यह बिल्कुल गलत कदम है. इसको लेकर अब अनिल एंटनी ने कहा कि उनके लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान है, लेकिन राजनीति अलग है.
बीजेपी में शामिल होने के बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अनिल एंटनी ने कहा, "वह मेरे पिता हैं. वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान और स्नेह है लेकिन राजनीति अलग है और व्यक्तिगत पसंद अलग है. एक दूसरे के लिए हमारा प्यार किसी भी तरह से नहीं बदलेगा.
#WATCH | He is my father. He is a person for whom I have the highest respect and affection but politics is different, personal likings are different... Our love for each other will not change in any manner: BJP leader Anil Antony on his father AK Antony's statement https://t.co/uM5jkdXDfB pic.twitter.com/OC4ia8k8F6
— ANI (@ANI) April 8, 2023
वहीं कांग्रेस नेता एके एंटनी ने अनिल एंटनी के भाजपा में शामिल होने के फैसले को गलत बताया. उन्होंने कहा कि अनिल के इस फैसले ने मुझे बहुत आहत किया है. यह बिल्कुल गलत कदम है. पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, भारत का आधार एकता और धार्मिक सद्भाव है. 2014 से देश को अस्थिर करने के प्रयास हो रहे हैं. जहां तक मेरा सवाल है, मैं अपनी आखिरी सांस तक इन प्रयासों के खिलाफ लड़ूंगा.
कांग्रेस नेता ने कहा, 2014 में विध्वंस की चाल धीरे-धीरे चल रही थी. लेकिन 2019 के बाद से इसने रफ्तार पकड़ी है. एके एंटनी बोले कि मैं 82 साल का हूं. मैं अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर हूं और मैं बता दूं कि मैं आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा.उन्होंने कहा, भाजपा इस देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट कर रही है. कांग्रेस नेता एके एंटनी ने स्पष्ट कहा, मैं अपनी आखिरी सांस तक आरएसएस और बीजेपी की सभी गलत नीतियों का विरोध करूंगा.
6 अप्रैल को बीजेपी में शामिल हुए अनिल एंटनी
अनिल एंटनी छह अप्रैल को बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन करते हुए कहा कि कांग्रेस में कई लोग सोचते हैं कि उनका धर्म एक परिवार के लिए काम करना है, लेकिन मेरा धर्म ऐसा नहीं है. मेरा धर्म इस देश के लिए काम करना है. इस दौरान पीएम मोदी की तारीफ करते हुए अनिल ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में हमारे पास अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने का विजन है. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम के राष्ट्र निर्माण के विजन में योगदान देना मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है.
इस वजह से देना पड़ा कांग्रेस से इस्तीफा
बता दें कि जनवरी महीने में ही अनिल एंटनी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था. दरअसल उनके इस्तीफा देने की नौबत ऐसे आई कि उन्होंने BBC की डॉक्यूमेंट्री का विरोध करते हुए एक ट्वीट कर दिया था जबकि कांग्रेस पार्टी इसके समर्थन में थी और इसकी स्क्रीनिंग करा रही थी. अनिल एंटनी पर ट्वीट डिलीट करने के लिए दवाब बनाया गया और फिर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया.
अनिल एंटनी ने पार्टी से इस्तीफा देते वक्त कहा था कि मुझ पर एक ट्वीट को डिलीट करने के लिए असहिष्णुता के साथ दबाव बनाया जा रहा था. ऐसा वे लोग कर रहे थे जो फ्रीडम ऑफ स्पीच के लिए खड़े होने की बात करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैंने ट्वीट डिलीट करने से मना कर दिया. इसके साथ ही अनिल ने इस्तीफे का पत्र भी ट्वीट किया है.