रूस में फंसे हुए नेपाली नागरिकों ने भारत सरकार से मदद मांगी है. इन नेपाली नागरिकों का कहना है कि एजेंट ने काम दिलाने के बहाने उन्हें रूस भेजा था, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें सेना में भर्ती करवा दिया गया. यह लोग यूक्रेन के साथ युद्ध करने के लिए मोर्चे पर भेजे गए. इनमें से 30 लोग थे, लेकिन अब केवल पांच लोग बचे हैं. यह लोग डरे हुए हैं और अपनी सुरक्षा के लिए भारत से मदद की अपील कर रहे हैं. इन नेपाली नागरिकों ने नेपाल सरकार और नेपाली दूतावास से भी मदद मांगी है, लेकिन उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है.