दिल्ली वर्तमान में गंभीर प्रदूषण की सीमा को पार कर रही है, जिससे वहां रहने वाले लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है. प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि दो करोड़ से ज्यादा लोग इसके प्रभावों से प्रभावित हो रहे हैं. सरकार और संबंधित एजेंसियां प्रदूषण नियंत्रण के बारे में बड़े दावे करती हैं, लेकिन उनकी नीतियों का ठीक से पालन नहीं हो रहा है. पड़ताल में यह भी सामने आया है कि दिल्ली पुलिस, जो प्रदूषण नियंत्रण में अहम भूमिका निभाती है, वह प्रतिबंधित गाड़ियों के चलने और निर्माण गतिविधियों को रोकने में असमर्थ रही है. लगातार बेरोकटोक गाड़ियां चल रही हैं तथा निर्माण कार्य जारी है जो प्रदूषण को और बढ़ावा दे रहा है. इस गंभीर स्थिति में जरूरी है कि सरकार और सभी संबंधित एजेंसियां ठोस कदम उठाएं ताकि दिल्लीवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके.