अमित शाह ने ईवीएम के इतिहास और उसकी विश्वसनीयता पर संसद में विस्तार से चर्चा की है. उन्होंने बताया कि ईवीएम पहली बार 2004 में लाई गई थी और तब से ही चुनाव में इसका सफल उपयोग हुआ है. चुनाव आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट के परिणामों की जांच की है और अब तक 16 हजार से अधिक मशीनों का मिलान किया गया है जिसमें कोई भी मिसमैच नहीं पाया गया है.