बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने गुरुवार को बताया कि नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में कोहकामेटा थाना अंतर्गत जंगल में बुधवार देर शाम सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में दो महिला नक्सली मारी गईं, जिन पर कुल 6 लाख का इनाम था.
मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई जब जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के नारायणपुर और कोंडागांव जिले के जवानों, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) की 41वीं और 45वीं बटालियन की संयुक्त टीम एक इनपुट के आधार पर जंगल में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी.
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नक्सलियों की पहचान और इनाम
सुबह सर्च के दौरान दो महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए. इनकी पहचान सुकमा जिले की 5 लाख की इनामी माओवादी कुटुल एरिया कमेटी की सदस्य सीमा और अन्य एक लाख की इनामी लिंगे उर्फ रंजू के रूप में हुई है, जो कुटुल स्थानीय संगठन दस्ता की सदस्य थी.
मुठभेड़ स्थल से एक INSAS राइफल, आठ राउंड, एक मैगजीन, एक देशी .315 बोर राइफल, चार गोलियां, .303 बोर की 15 गोलियां, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी साहित्य और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई.
माओवादियों से आत्मसमर्पण की अपील
आईजी सुंदरराज ने कहा, "सुरक्षा बल वर्षा ऋतु में भी नक्सल विरोधी अभियान पूरी सख्ती से जारी रखेंगे. प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के पास आत्मसमर्पण करने और हिंसा छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. अगर वे नहीं माने तो उन्हें कड़ी कार्रवाई और गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा."
अब तक वर्ष 2024 में छत्तीसगढ़ में कुल 214 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से 197 बस्तर डिवीजन (बीजापुर, बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा) में मारे गए हैं. बीजेपी के 2023 विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से नक्सल विरोधी अभियान में तेजी आई है. तब से अब तक 420 से अधिक माओवादी मारे जा चुके हैं, जिनमें कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं.
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माओवादी महासचिव भी किए गए ढेर
21 मई को सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की जब बस्तर क्षेत्र में प्रतिबंधित CPI (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराज (70) को मार गिराया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 तक देश से माओवाद को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.