
मोदी सरकार की तरफ से लोकसभा और राज्यसभा में श्वेत पत्र पेश कर दिया गया है. NDA सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने श्वेत पत्र पेश किया. सरकार ये श्वेत पत्र यूपीए सरकार के दौरान कथित आर्थिक कुप्रबंधन के खिलाफ लेकर आई है. बता दें कि इसके विरोध में कांग्रेस 'ब्लेक पेपर' लाने की बात कर चुकी है. अब शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से श्वेत पत्र पर चर्चा शुरू हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा में श्वेत पत्र पर नियम 342 के तहत चर्चा होगी. शुक्रवार को लोक सभा में प्रश्नकाल के बाद इस पर बहस शुरू होगी. करीब 4 घंटे ये बहस चलेगी. फिर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बहस का जवाब देंगी.
सबसे पहले जानिए मोदी सरकार 'श्वेत पत्र' क्यों लेकर आई है. बताया गया है कि इसके जरिए सांसदों को बताया जाएगा कि साल 2014 से पहले (मोदी सरकार बनने से पहले) देश के सामने किस तरह के शासन, आर्थिक और राजकोषीय संकट थे. इसके अलावा सांसदों को जनता को ये बताया जाएगा कि आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए मोदी सरकार ने क्या कदम उठाए हैं.
इस श्वेत पत्र में यूपीए के शासन काल में हुए 15 घोटालों का जिक्र किया गया है. इसमें 2G स्कैम, कोयला घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला आदि शामिल हैं.

श्वेत पत्र में क्या-क्या लिखा है?
- श्वेत पत्र में कहा गया है कि UPA सरकार ने देश की आर्थिक नींव कमजोर की.
- UPA काल में रुपये में भारी गिरावट हुई
- बैंकिंग सेक्टर संकट में था
- बैंकिंग सेक्टर संकट में था
- विदेशी मुद्रा भंडार में कमी हुई थी
- भारी कर्ज लिया गया था
- राजस्व का गलत इस्तेमाल हुआ

बीजेपी देश की सभी लोकसभा सीटों में प्रेस कॉन्फ्रेंस, सेमिनार, रैलियों के जरिए जनता के बीच जाएगी. बीस साल में आर्थिक क्षेत्र यूपीए बनाम एनडीए का शासन काल कैसा रहा इसपर बात रखेगी.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट भाषण के दौरान भी इस संबंध में घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि सरकार एक श्वेत पत्र पेश करेगी, जो यूपीए दशक और एनडीए दशक को कवर करेगा. इसमें यूपीए शासन के वित्तीय कुप्रबंधन और एनडीए शासन की वित्तीय समझदारी को दिखाने के लिए एक तुलनात्मक विश्लेषण होगा.
कांग्रेस के 'ब्लैक पेपर' पर पीएम मोदी का तंज!
बता दें कि श्वेत पत्र के खिलाफ कांग्रेस ने ब्लैक पेपर लाने की बात कही है. इसपर पीएम मोदी ने राज्यसभा में निशाना साधा. पीएम ने कहा, 'काले कपड़ों में सदन को फैशन शो देखने का भी मौका मिला. कभी कभी कुछ काम इतने अच्छे होते हैं जो लंबे समय तक उपयोगी होते हैं. हमारे यहां कुछ अच्छी चीज कर लेते हैं तो परिवार में एक स्वजन ऐसा भी आ जाता है जो कहता है कि अरे नजर लग जाएगी काला टीका लगा देता हूं. आज पिछले 10 वर्षों में जो काम हुए हैं उसको किसकी नजर ना लग जाए इसलिए आज खड़गे जी काला टीका लगाकर आए हैं. आज हमारे कार्यों को नजर ना लग जाए इसलिए आप जैसे वरिष्ठ सांसद काला टीका लगाकर आए हैं तो ये अच्छी बात है.'