हैदराबाद नारकोटिक्स एन्फोर्समेंट विंग (H-NEW) ने एक विदेशी नागरिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. 27 वर्षीय युगांडा नागरिक जूलियाना विक्टर नबिटाका को वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद भारत में अवैध रूप से रहने और ड्रग तस्करों के संपर्क में पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया और डिपोर्ट कर दिया.
हैदराबाद पुलिस के अनुसार, जूलियाना 12 फरवरी 2024 को टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी. उसका वीजा 18 जनवरी 2025 को समाप्त हो गया था, लेकिन इसके बावजूद वह भारत में अवैध रूप से रह रही थी. इस दौरान उसके बेंगलुरु और हैदराबाद में सक्रिय ड्रग पेडलरों से संपर्क में होने की जानकारी सामने आई.
यह भी पढ़ें: बेटे को जान से मारने की धमकी, ड्रग्स केस का डर... बेंगलुरु में महिला को 'डिजिटल अरेस्ट' कर यूं लूटे 2 करोड़
H-NEW की टीम ने उसे हैदराबाद के तोलीचौकी थाना क्षेत्र के अंतर्गत पकड़ा. जांच के दौरान वह अपने भारत में वैध रूप से रहने से जुड़े कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर सकी. इसके बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई शुरू की गई.
आरोपी महिला को कैसे किया गया डिपोर्ट?
हैदराबाद नारकोटिक्स एन्फोर्समेंट विंग ने विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) हैदराबाद के सहयोग से आरोपी महिला के खिलाफ डिपोर्टेशन की प्रक्रिया पूरी की. FRRO से एग्जिट परमिट प्राप्त किया गया और उसे भारत में दोबारा प्रवेश से रोकने के लिए ब्लैकलिस्ट भी किया गया.
यह भी पढ़ें: 'फर्जी’ और ‘फैमिली मैन’ वेब सीरीज का को-स्टार गिरफ्तार, ड्रग्स की तस्करी के आरोप में था फरार
सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद 21 दिसंबर 2025 को जूलियाना विक्टर नबिटाका को कड़ी सुरक्षा में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (RGIA), हैदराबाद से युगांडा गणराज्य वापस भेज दिया गया.
ड्रग तस्करी और अवैध नागरिकों पर होगी कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से ऐसे असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगी है, जो देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन सकते हैं. H-NEW ने साफ किया है कि ड्रग तस्करी और अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ आगे भी इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.