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राहुल की सांसदी जाने का 2024 चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा? छात्रा के सवाल पर क्या बोलीं स्मृति ईरानी

स्मृति ईरानी बेंगलुरु सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थी. इस दौरान एक लॉ स्टूडेंट ने उनसे पूछा कि राहुल की सदस्यता रद्द होने का 2024 चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस पर स्मृति ईरानी ने जवाब दिया, ''वकील साहब ये बताओ कि कोई क्या बदलाव कर सकता है, जब वह हमेशा अनुपस्थित रहता है.''

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राहुल गांधी और स्मृति ईरानी (फाइल फोटो)
राहुल गांधी और स्मृति ईरानी (फाइल फोटो)

केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने को कानून के मुताबिक बताया. स्मृति ईरानी ने कहा, ये फैसला बताता है कि देश में कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी खुद को कानून से ऊपर मानते हैं.

दरअसल, स्मृति ईरानी बेंगलुरु सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थी. युवा मोर्चा ने यह कार्यक्रम 2023 विधानसभा चुनाव में पहली बार हिस्सा लेने वाले वोटरों के लिए रखा था. इस दौरान एक लॉ स्टूडेंट ने उनसे पूछा कि राहुल की सदस्यता रद्द होने का 2024 चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस पर स्मृति ईरानी ने जवाब दिया, ''वकील साहब ये बताओ कि कोई क्या बदलाव कर सकता है, जब वह हमेशा अनुपस्थित रहता है.''
 
कोर्ट के निर्दश पर गई सांसदी- स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ऐसा लग रहा है कि यह केंद्र सरकार है, जिसने राहुल गांधी को एक सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किया. जबकि यह कोर्ट का निर्देश है. स्मृति ने कहा, संबंधित व्यक्ति (राहुल) ने एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे ओबीसी समुदाय के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की.

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स्मृति ईरानी ने कहा, कोर्ट में केस साक्ष्य के आधार पर लड़ा गया. अगर आप फैसला पढ़ें, तो इसमें लिखा है कि आरोपी व्यक्ति ने अपना बचाव नहीं किया. या तो उनके संगठन में कोई उनका बचाव नहीं करना चाहता था या राहुल गांधी को लगता है कि वह कानून से ऊपर हैं. 

उन्होंने कहा, ''एक बार कोर्ट किसी को दोषी ठहरा देती है तो यह सदन के अध्यक्ष के लिए संवैधानिक प्रथा का पालन करना अनिवार्य है और इसी के मुताबिक अध्यक्ष ने फैसला लिया. क्या हमें एक लोकतंत्र के रूप में यह कहना चाहिए कि आप एक पूरे समुदाय के खिलाफ नस्लीय गाली दे सकते हैं और कानून द्वारा जवाबदेह नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि आप राहुल गांधी हैं?'' स्मृति ईरानी ने कहा, उनकी पार्टी के लोगों ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि औसत भारतीय के लिए कानून अलग होना चाहिए और गांधी परिवार से संबंधित कानून अलग होना चाहिए. स्मृति ईरानी ने कहा, कानून का पालन करना चाहिए. 

स्मृति ने राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, राहुल कहते हैं कि वे भारतीय यूनिवर्सिटियों में नहीं बोल सकते.लेकिन राहुल गांधी भारत में यूनिवर्सिटियों में गए उन्होंने छात्रों से बाद की. किसी भी सरकार ने उन्हें बातचीत करने से नहीं रोका. इसका मतलब है कि वे लंदन में झूठ बोल रहे थे. 

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सूरत कोर्ट के फैसले के बाद गई राहुल की सदस्यता

दरअसल, राहुल गांधी ने 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में रैली के दौरान मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था. इसी मामले में कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराते हुए 2 साल की सजा सुनाई. हालांकि, कोर्ट ने 30 दिन के लिए राहुल की सजा को सस्पेंड कर दिया था. राहुल को दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी थी. 

 

 

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