असम में पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद सोशल मीडिया पर या अन्य माध्यमों से पाकिस्तान का समर्थन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को जानकारी दी कि अब तक कुल 43 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ताजा गिरफ्तारी बारपेटा जिले से की गई है.
'कोई भी गद्दार नहीं बचेगा'
मुख्यमंत्री सरमा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'भारतीय जमीन पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले गद्दारों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. अब तक 43 देशविरोधियों को जेल भेजा गया है. कोई भी गद्दार नहीं बचेगा.'
NSA के तहत होगी कार्रवाई
सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इन गिरफ्तार लोगों में से कुछ पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कानून सभी पर लागू नहीं होगा. कुछ लोगों ने अपनी गलती मान ली है और माफी मांगते हुए कहा है कि वे भविष्य में ऐसा नहीं करेंगे.
'कुछ की आदत बार-बार गलती दोहराने की'
मुख्यमंत्री ने बताया कि गिरफ्तार लोगों को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाएगा. कुछ आरोपी ऐसे हैं जो पहले भी ऐसे कामों में लिप्त रहे हैं और उन्हें 'आदतन अपराधी' माना जाएगा. वहीं कुछ लोगों ने केवल प्रचार पाने के लिए ऐसा किया है. एक अन्य श्रेणी में वे लोग शामिल हैं जो वामपंथी विचारधारा से प्रभावित होकर राजनीतिक कारणों से ऐसा कर रहे हैं.
सरमा ने कहा कि किस व्यक्ति पर NSA लगाया जाएगा, इसका निर्णय एक समिति करेगी और यह पूरी तरह राजनीतिक निर्णय नहीं होगा.
AIUDF के विधायक अमिनुल इस्लाम भी गिरफ्तार
इससे पहले एआईयूडीएफ (AIUDF) के विधायक अमिनुल इस्लाम को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन पर पाकिस्तान के समर्थन में बयान देने और पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान की भूमिका को नकारने का आरोप है.
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ही चेतावनी दी थी कि 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने दोहराया कि भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.