लोकसभा में बुधवार को रेलवे कानून में संशोधन करने के लिए एक विधेयक पारित किया गया. इस पर सरकार ने जोर देकर कहा कि इससे रेल का निजीकरण नहीं होगा. रेलवे संशोधन विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने निचले सदन में कहा कि एक झूठी कहानी फैलाई गई थी कि संशोधन से रेलवे का निजीकरण हो जाएगा. मैं उनसे कहना चाहूंगा कि फेक नैरेटिव न बनाएं. एक फेक नैरेटिव आपका फेल हो चुका है संविधान का.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.
'अमृत भारत ट्रेन पूरी तरह नॉन एसी'
उन्होंने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि अमृत भारत ट्रेन पूरी तरह से नॉन एसी है. 20 पैसेंजर और दो पार्सल के हैं. इसमें 10 स्लीपर और 10 जनरल कोच हैं और इसमें वंदे भारत वाली तकनीक ही इस्तेमाल की गई है. यह ट्रेन 10 महीने चल चुकी है और इसके परिचालन अनुभव के आधार पर 50 गाड़ियां और बन रही हैं जो जनवरी महीने से हर महीने आने लगेगी. हजार किलोमीटर की यात्रा चार सौ रुपये के आसपास किराये में हो रही है. दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है. कानपुर से लखनऊ या बेंगलुरु से मैसुरु जैसे शहरों के बीच शटल की तरह ट्रेन ज्यादा फ्रीक्वेंसी से चल पाए, उसके लिए नमो भारत ट्रेन बनाई गई है.
छठ के दौरान 1 लाख 80 हजार लोगों ने की यात्रा: मंत्री
रेल मंत्री ने कहा कि मेमू ट्रेन के भी 600 कोच बने हैं. रेलवे का प्रीमियर कस्टमर लोवर क्लास और मिडिल इनकम परिवार हैं और पूरा फोकस उन पर है. छठ के दौरान 1 लाख 80 हजार लोगों ने यात्रा की और 60 स्पेशल ट्रेन चलाई गई. पटना में 80 हजार यात्री साथ आए लेकिन कोई दिक्कत नहीं हुई. महाकुंभ के लिए 13 हजार ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने कहा कि आईईटीएस टेक्निक के जरिये पटरी में कोई भी फॉल्ट हो, तुरंत मेजर हो जाता है. तीन मशीनें इस्तेमाल की जा रही हैं जिनका रिजल्ट बहुत अच्छा रहा है. इसे हम हर जोन में लगाएंगे. टोयोटा इनोवा को लेकर अजमेर में एक प्रयोग हुआ था. उसे इस तरह से मोडिफाई किया गया था कि वह गाड़ी पटरी पर चल सके. रेलवे ने टाटा और महिंद्रा के इंजीनियर्स के साथ मिलकर एक ऐसी गाड़ी बनाई है जो रोड पर भी चलेगी और पटरी पर भी. हाल ही में इसका निरीक्षण किया. ये सुविधा संपन्न है और हथौड़े वगैरह रखने की भी जगह है. हम पुराने डिब्बों को रिप्लेस कर रहे हैं. रेल मंत्री ने यूपीए सरकार के दौरान हुए काम से तुलनात्मक आंकड़ा भी सदन में बताया.