केरल सरकार ने राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम से एर्नाकुलम (कोच्चि) में बदलने के एर्नाकुलम से कांग्रेस सांसद हिबी ईडन के प्रस्ताव का विरोध किया है. वह मार्च में संसद में एक निजी विधेयक के माध्यम से प्रस्ताव लाए थे. केंद्र ने इस संबंध में राज्य सरकार से राय मांगी थी.
हिबी ईडन का तर्क है कि एर्नाकुलम जिले की भौगोलिक स्थिति सही है जो केरल के मध्य भाग में है और साथ ही जिले का महत्व भी है. केरल का सबसे घनी आबादी वाला शहर कोच्चि भी एर्नाकुलम जिले का हिस्सा है. विधेयक में कथित तौर पर तर्क दिया गया है कि मौजूद राजधानी तिरुवनंतपुरम का दक्षिणी छोर स्थान मध्य और महत्वपूर्ण रूप से उत्तरी केरल के लोगों के लिए सरकार तक पहुंच को मुश्किल बना देता है.
राज्य सरकार ने मुख्य रूप से राजधानी को एर्नाकुलम में बदलने से जुड़ी वित्तीय लागत और अन्य कठिनाइयों की ओर इशारा करते हुए जवाब दिया. इस बीच राज्य में कांग्रेस नेतृत्व ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया. विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का रुख नहीं है.
उन्होंने कहा, मैंने प्रस्ताव पर अपना विरोध खुद हिबी को बता दिया था. उनसे कहा था कि वह अपने रुख पर आगे न बढ़ें. उन्होंने वादा किया कि वह ऐसा नहीं करेंगे. कोच्चि के पास राज्य की राजधानी बनने के लिए सुविधाएं नहीं हैं.